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फ्रॉड करते हुए authority और सैंकड़ों लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले बिल्डर 'एसोटेक' के खिलाफ नोयडा विकास प्राधिकरण ने EOW दिल्ली से financial investigation की जांच के लिए पत्र लिखा है। प्राधिकरण का बिल्डर पर 88 करोड़ रूपये बकाया है।
प्राधिकरण ने बताया कि जीएच-4 सेक्टर-78 में 61 हजार 594 वर्गमीटर में से जीएच-04ए सेक्टर-78 क्षेत्रफल करीब 30 हजार 797 वर्गमीटर का सब डिवीजन मैसर्स एसोटेक लिमिटेड के पक्ष में 27 जुलाई 2010 को किया गया। 12 अगस्त 2010 को लीज डीड करते हुए 13 अगस्त 2010 को कब्जा दिया गया। कुछ किस्त जमा करने के बाद बिल्डर ने पैसा जमा नहीं किया। बिल्डर पर करीब 88 करोड़ का बकाया है।
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बकाया वापस लेने के लिए प्राधिकरण ने कई बार नोटिस जारी किया। लेकिन कोई जवाब बिल्डर की ओर से नहीं दिया गया और न ही बकाया जमा किया गया। इस परियोजना में प्रमोटर संजीव श्रीवास्तव , प्रिया श्रीवास्तव, मदन प्रसाद श्रीवास्तव, मनेंद्र कुमार राय, मनोज श्रीवास्तव और राजीव राय ने परियोजना के फ्लैट्स बेचकर तृतीय पक्ष जनरेट किया। साथ ही प्राधिकरण में पैसा जमा नहीं करके अन्य परियोजना में डायवर्ट कर दिया। ऐसे में प्राधिकरण को वित्तीय हानि हुई साथ ही बायर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में प्राधिकरण ने उक्त बिल्डर और प्रमोटर के खिलाफ वित्तीय अनियमितता की जांच के लिए ईओडब्ल्यू से शिकायत की है।
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