नोएडा, वाईबीएन संवाददाता।
सेक्टर-22 में रहने वाली निधि बिष्ठ ने न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि वह नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में बीसीए प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी आने और जाने के लिए बस सर्विस ले रखी थी। 19 नवंबर 2024 की सुबह करीब आठ बजे वह कॉलेज जाने के लिए निकली थीं। आरोप है कि बस चालक लापरवाही से चला रहा था। इस पर बस में बैठी अन्य छात्राओं ने भी चालक को संभल कर चलने के लिए कहा था, लेकिन उसने किसी की बात नहीं सुनी। तभी बस सेक्टर-100 के पास पहुंची और तेज गति से ऊपर की तरफ जंप किया। इस दौरान बस में बैठी अन्य छात्राएं और पीड़ित छात्रा गंभीर रुप से घायल हो गईं।
सिर और रीढ़ की हड्डी में आई चोट
इस हादसे में पीड़िता निधि की रीढ़ की हड्डी के साथ सिर में चोट आई। उसे पास के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा की रीढ़ की हड्डी टूट गई है। वहीं, उस दौरान डॉक्टरों ने घायल के इलाज के अन्य व्यवस्था नहीं होने की जानकारी दी और छात्रा के माता-पिता से हस्ताक्षर करवाकर उसे रेफर कर दिया गया। इसके बाद छात्रा को सेक्टर-11 स्थित मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर घायल के माता, पिता ने विश्वविद्यालय में जाकर बस चालक की जानकारी लेने चाही तो उन्हें जानकारी नहीं दी गई।
विद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
छात्रा का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन और बस चालक की वजह से उसकी हालत खराब हो गई है। इसके जिम्मेदार वह लोग ही हैं। वहीं, परिजन का आरोप है कि जब इसकी शिकायत लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन के पास पहुंचे तो उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी गई। यही नहीं विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों ने धमकी दी कि अगर किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्रवाई करने की कोशिश तो छात्रा की बची जिंदगी खराब कर देंगे। थाना स्तर से सुनवाई न होने पर कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। एडीसीपी सुमित कुमार शुक्ला का कहना है कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।