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पुलिस की सिलसिलेवार कार्रवाई से अपराधियों का मनोबल टूट रहा है। पुलिस की प्रभावी पैरवी के चलते बीते 27 महीने में 3932 अपराधियों को सजा दिलाई जा चुकी है। सजा पाने वाले सभी आरोपी संगीत अपराधों में संलिप्त थे। इस अवधि में 33 अपराधियों को आजीवन कारावास भी हुआ। आकड़े शनिवार को कमिश्नरेट पुलिस की मीडिया सेल की ओर से जारी किए गए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार की ओर से ऑपरेशन कन्विक्शन चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में तीनों जोन की पुलिस हत्या, लूट, दुष्कर्म, पॉक्सो ऐक्ट, दहेज हत्या, अपहरण और डकैती जैसे जघन्य अपराधों को चिन्हित करके न्यायालय में प्रभावी पैरवी करती है। सभी जोन में पुलिस द्वारा विवेचना को निष्पक्षता व गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण करते हुए ऐसे मामलों से जुडे साक्षियों को समय से न्यायालय के समक्ष पेश कराते हुए अपराधियों को कठोर सजा दिलाई जा रही है।
एक जनवरी 2023 से दस अप्रैल 2025 तक कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की पुलिस द्वारा जघन्य अपराधों को चिन्हित करके कुल 3932 अपराधियों को प्रभावी पैरवी के परिणामस्वरूप सजा दिलाई गई। इस अवधि में पॉक्सो ऐक्ट के संबंधित 83 केस, दुष्कर्म के दस, दहेज हत्या के चार, अपहरण के बीस, हत्या के 31, डकैती के 13, लूट के 302, गिरोहबंद अधिनियम से संबंधित 65, चोरी के 1120 और आर्म्स ऐक्ट से संबंधित 766 केस में सजा हुई। 1153 अन्य केस में भी आरोपियों को सजा मिली।
कुल 3567 केस में 3932 अपराधियों को सजा हुई है। यही नहीं इस अवधि में प्रभावी पैरवी के चलते कमिश्नरेट पुलिस 33 अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा दिलाने में सभी सफल रही। इसके अलावा 24 अपराधियों को 20 साल की और 22 अपराधियों को दस साल के कारावास की सजा हुई। अपराधियों को सजा दिलाने का सिलसिला लगातार जारी है।