नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क।
नोएडा में एक बड़ा ऑनलाइन पोर्नोग्राफी रैकेट सामने आया है, जिसमें पति-पत्नी मिलकर इस अवैध कारोबार को चला रहे थे। पिछले पांच सालों से चल रहे इस रैकेट के चलते कई लड़कियों को गंदे काम में धकेल दिया गया था, और इसके बदले उन्हें महीने में 1-2 लाख रुपये कमाने का लालच दिया गया था। इस रैकेट का खुलासा जांच एजेंसियों ने किया, और इसके बाद कई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई।
मुख्य आरोपी पहले रूस में एक समान रैकेट का हिस्सा था, और फिर भारत आकर अपनी पत्नी के साथ मिलकर नोएडा में इस रैकेट को चलाने लगा। यह रैकेट मुख्य रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर सक्रिय था, जहां लड़कियों को मॉडलिंग के नाम पर आकर्षक सैलरी का लालच दिया जाता था। आरोपी ने फेसबुक पर 'chapto.com' नामक पेज बना रखा था, जो लड़कियों को अपने जाल में फंसाने के लिए डिजाइन किया गया था।
लड़कियों को ऐसे फंसाते थे रैकेट में
फेसबुक पेज के जरिए दिल्ली-एनसीआर की कई लड़कियां इस ऑफर से आकर्षित हुईं। जब ये लड़कियां नोएडा के फ्लैट पर ऑडिशन देने पहुंची, तो आरोपी की पत्नी ने उन्हें पोर्नोग्राफी रैकेट का हिस्सा बनने का प्रस्ताव दिया। लड़कियों को महीने में 1-2 लाख रुपये कमाने का लालच दिया गया, और इस लालच में आकर कई लड़कियां रैकेट का हिस्सा बन गईं।
कार्य और पैसे की बंदरबांट
जांच एजेंसियों के मुताबिक, इस रैकेट में शामिल लड़कियों के लिए अलग-अलग टास्क होते थे। ग्राहकों के पैसे के हिसाब से लड़कियां शो करती थीं - कुछ के लिए 'हाफ फेस शो', कुछ के लिए 'फुल फेस शो' और कुछ को 'न्यूड कैटेगरी' में शामिल किया जाता था। इस पूरे रैकेट से होने वाली कमाई का 75 प्रतिशत हिस्सा पति-पत्नी के पास जाता था, जबकि बचा हुआ 25 प्रतिशत लड़कियों को मिलता था।
क्रिप्टो करंसी के जरिए मनी ट्रांसफर
रैकेट से होने वाली कमाई क्रिप्टो करंसी के जरिए की जाती थी। कस्टमर के पैसे पहले इस रैकेट चलाने वालों के पास आते थे और फिर वह पैसा पति-पत्नी के पास ट्रांसफर किया जाता था। जांच एजेंसियों के अनुसार, इस रैकेट के जरिए अब तक करीब 500 से ज्यादा लड़कियों को भर्ती किया जा चुका है। अधिकारियों का मानना है कि इस प्रकार के रैकेट्स देशभर में लाखों की संख्या में सक्रिय हो सकते हैं।
जांच और कार्रवाई
जांच के दौरान नोएडा के फ्लैट पर एक प्रोफेशनल वेबकैम स्टूडियो भी पाया गया, जिसे एक हाई-टेक सेटअप में बदल दिया गया था। ईडी ने फ्लैट पर छापा मारा, जहां से ऑनलाइन कंटेंट प्रसारित हो रहा था। अब इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है, ताकि ऐसी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।