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Mahapanchayat: किसान और अधिकारियों के बीच सफल वार्ता, मानी गई किसानों की मांगे, धरना  स्थगित

संयुक्त किसान मोर्चा के 14 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों को अधिकारियों के सामने रखा। किसानों ने सर्किल रेट बढ़ाने, भूमि अधिग्रहण कानून में सुधार और 10% आवासीय भूखंड जैसी महत्वपूर्ण मांगों पर चर्चा की।

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Jyoti Yadav
किसानों और अधिकारियों के बीच सफल वार्ता
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ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क 

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यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण में किसानों और अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस बैठक में, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह और नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम जैसे वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

ये हैं किसानों की मांगे 

संयुक्त किसान मोर्चा के 14 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों को अधिकारियों के सामने रखा। किसानों ने सर्किल रेट बढ़ाने, भूमि अधिग्रहण कानून में सुधार और 10% आवासीय भूखंड जैसी महत्वपूर्ण मांगों पर चर्चा की। अधिकारियों ने किसानों की मांगों को ध्यान से सुना और सर्किल रेट बढ़ाने का आश्वासन दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने किसानों की अन्य मांगों पर भी सकारात्मक चर्चा की। 

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10% आवासीय भूखंड के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा 

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि विभिन्न मुद्दों पर संबंधित प्राधिकरण के सीईओ के साथ अलग-अलग बैठकें आयोजित की जाएंगी। बैठक के बाद, किसानों ने बताया कि वार्ता सफल रही है और अधिकारियों ने उनकी सभी मांगों पर सहमति जताई है। उन्होंने यह भी बताया कि 28 तारीख को मुख्य सचिव के साथ होने वाली बैठक में भूमि अधिग्रहण कानून और 10% आवासीय भूखंड के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

जीरो पॉइंट पर एक महापंचायत 

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किसानों ने एक दिन पहले यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर एक महापंचायत का आयोजन किया था, जिसमें उन्होंने अपनी मांगों को उठाया था। बैठक के सकारात्मक नतीजों के बाद, किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है। यह बैठक किसानों और अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण कदम है, जो क्षेत्र में शांति और समृद्धि को बढ़ावा देगा। किसानों की मांगों पर सहमति जताकर, अधिकारियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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