पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक से उठकर चलाने और फिर मंगलवार की सुबह से ही पुलिस की किसानों नेताओं के घरों पर दस्तक से एक बार फिर किसान आंदोलन में उबाल आने के आसान बनने लगे हैं, हालांकि इस बीच पंजाब सरकार एक बार फिर किसानों से वार्ता को तैयार हो गई है। दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से अब बुधवार को चंडीगढ़ कूच का ऐलान किया गया है। बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा में देश भर की 37 किसान यूनियनें शामिल हैं।
पंजाब पुलिस ने किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल समेत कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया है। किसान नेताओं को थाना सदर, मुक्तसर साहिब में रोका गया है। किसानों को हिरासत में लिए जाने के विरोध में थाने के बाहर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के नेता दिलबाग सिंह गिल को उनके घर में नजरबंद किया है। इसके अलावा पुलिस संगरूर में भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) केअध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां के घर भी पहुंची, लेकिन उगराहां घर पर नहीं मिले। किसानों पर एक्शन पर संज्ञान लेते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने लुधियाना में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। मीटिंग में 5 मार्च को चंडीगढ़ में प्रदर्शन का ऐलान किया गया है।
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Rakesh Tikait Photograph: (Google)
बोले राकेश टिकैत, देश भर में प्रदर्शन करेंगे
उधर, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पंजाब सरकार की कार्रवाई पर रोष जाहिर किया है। राकेश टिकैत ने कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा पंजाब में अपनी खेती संबंधित जायज मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है। किसान जत्थेदारियों के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की वार्ता में कोई सहमति नहीं बन पाने के चलते 5 मार्च 2025 का चंडीगढ़ कूच का कार्यक्रम जारी रखने का फैसला लिया गया है, लेकिन इस बीच पंजाब सरकार के द्वारा किसान नेताओं के घर पर दबिश दिया जाना और किसान नेताओं को हिरासत में लेना निंदनीय है। राकेश टिकैत ने मांग की है कि किसान नेताओं को तुरंत रिहा किया जाए और पंजाब सरकार किसानों की मांगें नहीं मानेगी तो हम देश भर में इसके विरूद्ध रोष प्रदर्शन करने का कार्य करेंगे।
पंजाब में एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर लामबंद नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसान नेताओं के घर पर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने दावा किया है कि अलग- अलग संगठनों के करीब 35 किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है, इनमें से कुछ नजरबंद भी हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि मैं बैठकर छोड़कर चला आया था। मान यह कहकर बैठक छोड़ गए थे कि बैठक और मोर्चा एक साथ नहीं चल सकते। किसानों को हिरासत में लिया गया है। किसानों को सड़कों और पटरियों पर नहीं बैठने देंगे। मान ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की बात करते हुए कहा था राज्य को बंधक नहीं बनाने दिया जा सकता। मैनें किसानों से कहा है कि आप रोज सड़कें और रेल रोकते हैं, यह नहीं हो सकता। इससे पंजाब का भारी नुकसान हो रहा है और पंजाब धरनों का राज्य बनकर रह गया है।
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