Advertisment

electronic chip से कंट्रोल होता था धर्मकांटा, सप्लायर के साथ मिल ऐसे लगाते थे चूना

रिमोट आपरेटड इलेक्ट्रानिक चिप से धर्मकांटा में अधिक वजन दिखाकर धोखाधड़ी करने वाले तीन लोगों को नोएडा की थाना सेक्टर-113 पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

author-image
Dhiraj Dhillon
इलेक्ट्रोनिक चिप से कंट्रोल होता था धर्मकांटा, सप्लायर के साथ मिल ऐसे लगाते थे चूना
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00
नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क। 

Crime News: रिमोट आपरेटड इलेक्ट्रानिक चिप से धर्मकांटा में अधिक वजन दिखाकर धोखाधड़ी करने वाले तीन लोगों को नोएडा की थाना सेक्टर-113 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये लोग पिछले दो सालों से इस तरह का काम करके मुनाफा कमा रहे थे। इनका काम कंट्रक्शन मैटेरियल के वजन को चिप के जरिए बढ़ाकर साइट मालिकों से पैसा लेना था। इनकी पहचान राहुल , सुमित और अनिल के रूप में हुई है। इनके पास से तीन चाकू भी बरामद किए गए। जिसका प्रयोग ये डराने के लिए करते थे। 

राहुल ने उपलब्ध कराता था चिप

पुलिस पूछताछ में सुमित ने बताया कि वह कंस्ट्रक्शन मैटेरियल का ठेकेदार है। वह कंस्ट्रक्शन मैटेरियल को ट्रकों में भरकर कंस्ट्रक्शन साइटों को उपलब्ध कराता है। सुमित व अनिल काफी पुराने दोस्त हैं।  वह दोनों राहुल को पिछले दो सालों से जानते हैं। राहुल पहले धर्मकांटा ऑपरेटर का काम करता था। हम दोनों इसके संपर्क में आए थे। राहुल ने हमें धर्मकांटों में घटतौली और बढ़तौली करने के लिए इलेक्ट्रानिक चिप के बारे में बताया था। उसका प्रयोग कैसे करते हैं, इसकी जानकारी भी दी। उसी ने हमें इलेक्ट्रानिक चिप और रिमोट भी उपलब्ध कराया।

20 हजार तक आता था एक चिप का खर्च 

इस चिप को  राहुल के जरिए ही कई धर्मकांटो में चुपचाप लगवा देते थे। एक बार चिप लग जाने पर जब भी वजन तौला जाता रिमोट से ऑपरेट करते ही मीटर पर वजन अधिक दिखाई देने लगता था। ये वास्तविक वजन से ज्यादा होता था। जिसे पास करके साइट पर भेजते थे। साइट मालिक इसी वजन के अनुसार पैसे देता था। जबकि माल कम होता था। वहां से मिले पैसों को तीनों आपस में बांट लेते थे। राहुल ने बताया कि एक चिप को तैयार करने में करीब 20 हजार रुपए तक का खर्च आता है, जबकि एक बार के तोल में ही इसका खर्चा निकल आता था।
Advertisment
Advertisment