नोएडा, वाईबीएन संवाददाता। नोएडा मेट्रो के दो बड़े प्रोजेक्ट को दो महीने में मंजूरी मिल सकती है। इसमें पहला बोटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 और दूसरा ग्रेटरनोएडा डिपो से बोडाकी तक है। इन दोनों रुटों के लिए अगले सप्ताह नोएडा मेट्रो रेल कार्पोरेशन के एमडी लोकेश एम आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार (महुआ) के सामने इनका प्रजेंटेशन करेंगे। इससे पहले केंद्र सरकार ने दोनों परियोजनाओं पर कई प्रश्न पूछे थे। जिनका जवाब एनएमआरसी ने दे दिया है। माना जा रहा है कि इस प्रजेंटेशन के बाद दोनों प्रोजेक्ट पर जल्द मंजूरी मिलेगी।
बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक मेट्रो
नोएडा में बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक का 11.56 किमी का मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को प्रदेश कैबिनेट से अप्रूवल के बाद केंद्र को भेजा गया है। वहां से इसी प्रजेंटेशन के बाद अप्रूवल मिल सकता है। ये रूट पांच साल में बनकर तैयार होगा। रोजाना करीब 1 से 1.25 लाख लोग इस लिंक लाइन का प्रयोग करेंगे। इसके निर्माण में करीब 2254.35 करोड़ रुपए खर्च होंगे। : Noida | greater noida | Noida airport | greater noida industry | Greater Noida Authority
इस मेट्रो कॉरिडोर पर बॉटेनिकल गार्डन, नोएडा सेक्टर-44, नोएडा ऑफिस, नोएडा सेक्टर-97, नोएडा सेक्टर-105, नोएडा सेक्टर-108, नोएडा सेक्टर-93, और पंचशील बालक इंटर कॉलेज स्टेशन बनाए जाएंगे। कॉरिडोर का आखिरी स्टेशन सेक्टर-142 होगा जो कि पहले ही बनकर तैयार है।
ग्रेटरनोएडा डिपो से बोडकी तक
केंद्र सरकार से इसी महीने ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन से बोड़ाकी तक मेट्रो रूट को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। केंद्र की मंजूरी के बाद नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) इस रूट के लिए डिजाइन कंसलटेंट की नियुक्ति करेगा। इसके बाद टेंडर जारी किया जाएगा।
एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि यह एक्वा लाइन का एक्सटेंशन रूट होगा। अभी एक्वा लाइन पर नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेनो के डिपो मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो चल रही है।
ग्रेनो डिपो से बोड़ाकी तक जाएगी मेट्रो जाएगी
अब ग्रेनो डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो जाएगी। इस रूट पर जुनपत और बोड़ाकी सिर्फ दो मेट्रो स्टेशन होंगे। बोड़ाकी में बड़ा स्टेशन बनाया जाएगा। जिले में मेट्रो का यह सबसे छोटा रूट होगा। इसके लिए 2.6 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बिछाया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इस रूट पर मेट्रो चलाने में 416 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। डीएमआईसी मेट्रो रूट के लिए एनएमआरसी को जमीन उपलब्ध कराएगा।