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नोएडा, आईएएनएस। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी का असर यमुना नदी के जलस्तर पर साफ दिखने लगा है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और इसका सीधा असर गौतमबुद्ध नगर जिले में यमुना किनारे बसे डूब क्षेत्र पर हो रहा है। कई गांवों, बस्तियों और कई फार्म हाउस तक पानी पहुंचने लगा है। इस वजह से वहां रहने वाले लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन पहले ही अलर्ट जारी कर चुका है। कुछ दिन पहले हुई बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि डूब क्षेत्र में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए, ताकि अचानक आने वाली बाढ़ की स्थिति में जनहानि से बचा जा सके। प्रशासन लगातार गश्त कर रहा है और प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
और बढ़ सकता है यमुना का जलस्तर
इस बीच लोगों की चिंता और बढ़ गई है क्योंकि मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए लगातार बारिश की भविष्यवाणी की है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के मुताबिक 20 और 21 अगस्त को यमुना क्षेत्र में आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की संभावना है। 22 और 23 अगस्त को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे और मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा 24 और 25 अगस्त तक गरज-चमक के साथ बारिश या तेज बौछारें पड़ने की चेतावनी दी गई है। तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। वहीं, ह्यूमिडिटी 60 से 95 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना जताई गई है, जिससे उमस भी लोगों को परेशान करेगी।
डूब क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बढ़ीं
यमुना के बढ़ते जलस्तर और लगातार हो रही बारिश ने डूब क्षेत्र में रह रहे परिवारों की मुश्किलें दोगुनी कर दी हैं। एक तरफ घरों में पानी घुसने का खतरा है, तो दूसरी तरफ लगातार बारिश के कारण फसल और पशुधन भी प्रभावित हो सकते हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तुरंत सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। साथ ही स्वास्थ्य विभाग और बचाव दल को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
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