/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/14/67c0672d82cfd-gender-change-process-272247292-16x9-1-2025-09-14-18-25-16.jpg)
फाइल फोटो Photograph: (सोशल मीडिया)
प्रयागराज, वाईबीएन संवाददाता। प्रयागराज में यूपीएसी की तैयारी करने वाले जिस छात्र ने जेंडर बदलने के लिए अपने हाथों से प्राइवेट पार्ट काट लिया था। आज उस छात्र के प्राइवेट पार्ट की प्लास्टिक सर्जरी कर दी गई है। एसआरएन हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने करीब दो घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद उसकी सफल प्लास्टिक सर्जरी की। इस दौरान तीन विभागों के छह विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल रहे। हालांकि डॉक्टरों की माने तो अभी 15 दिन तक छात्र का इलाज अस्पताल में डॉक्टरों की देखरेख में चलेगा। इसी के साथ छात्र को आगे भी जिंदगी में हारमोंस की दवा का सेवन करना पड़ेगा। हालांकि अभी 15 दिन बाद ही पता चलेगा कि आगे किस स्टेप पर इलाज करना है। वहीं छात्र के पौरूष के बारे में भी अभी कुछ नहीं कहा जा सकता, वह आगे जाकर ही पता चलेगा।
परिजनों की सहमति से हुई सर्जरी
प्लास्टिक सर्जन डॉ. मोहित जैन और सर्जन डॉ. संतोष सिंह की मौजूदगी में परिवार की सहमति के बाद यह जटिल ऑपरेशन किया गया। वहीं एकलौते बेटे की हालत देख उसकी मां जहां ओटी के बाहर बदहवास दिखी वहीं अन्य परिजन भी परेशान दिखे। सर्जरी सफल होने की बात पला चलने के बाद उनके चेहरे में थोड़ा राहत देखने को मिली। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि पीड़ित छात्र की काउंसलिंग चल रही है और उसे आगे में इसकी जरुरत पड़ेगी। डॉक्टरों ने बताया कि जिस तरह से छात्र ने एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लेकर सर्जिकल ब्लेड से प्राइवेट पार्ट का ऊपरी हिस्सा काटा था। उससे उसकी हालत बेहद चिंताजन थी। वहीं इस केस को देखकर डॉक्टर भी पूरी तरह से हैरान रह गए थे।
यह था मामला
बता दें कि प्रयागराज में UPSC की तैयारी करने आए अमेठी निवासी एक छात्र ने खुद ही जेंडर बदलने की कोशिश में खतरनाक कदम उठा लिया। उसने इंटरनेट और एक स्थानीय डॉक्टर की सलाह पर 11 सितंबर की रात खुद को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर सर्जिकल ब्लेड से अपना प्राइवेट पार्ट काट दिया। हालत बिगड़ने पर छात्र को देर रात तेज बहादुर सप्रू अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिसके बाद से उसका इलाज चल रहा है। हालांकि उसे पूरी तरह से ठीक होने अभी काफी वक्त लगेगा।
नाबालिग उम्र में ही लड़की की तरह करता था महसूस
छात्र ने बताया था कि 14 साल की उम्र में ही उसे लगा कि वह लड़कियों की तरह महसूस करता है। पढ़ाई के दौरान यह भावना और गहरी होती चली गई। प्रयागराज आकर उसने गूगल-यूट्यूब पर सर्जरी से जुड़े वीडियो देखे और कटरा इलाके के एक डॉक्टर से भी मिला। छात्र के मुताबिक, डॉक्टर ने उसे घर पर ही प्राइवेट पार्ट काटने की सलाह दी और तरीका भी बताया। कमरे में अकेले ही इंजेक्शन लगाकर उसने सर्जरी करने की कोशिश की, लेकिन कुछ देर बाद खून रुकना बंद नहीं हुआ और दर्द असहनीय हो गया। इसके बाद उसने मकान मालिक को आवाज देकर एम्बुलेंस बुलवाई।
मां का आईएएस बनाने का था सपना
छात्र की मां भी बेटे की देखभाल के लिए अस्पताल पहुंच गईं। वे बेटे को इस हालत में देखकर लगातार रोती रहीं। मां का कहना है। जब वह प्रयागराज आया था तो लगा था कि UPSC करके IAS बनेगा, लेकिन उसने कभी ऐसी सोच के बारे में कुछ नहीं बताया। अब मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा पहले जैसा हो जाए। अस्पताल में डॉक्टरों ने छात्र का इलाज शुरू कर दिया है। वहीं, पूरे मामले ने जेंडर आइडेंटिटी, मानसिक स्वास्थ्य और गैर-प्रमाणित चिकित्सकीय सलाह के खतरों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह भी पढ़ें:जेंडर बदलने की कोशिश में आईएएस की तैयारी कर रहे छात्र ने काट लिया प्राइवेट पार्ट, अस्पताल में भर्ती
यह भी पढ़ें:वेज डिब्बे में परोसा नॉनवेज पिज्जा, डोमिनोज आउटलेट पर फूड सेफ्टी विभाग का छापा
यह भी पढ़ें:महाकुंभ में लगी स्ट्रीट लाइटें खराब, मंडलायुक्त का मूड हुआ खराब