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प्रयागराज के बारा क्षेत्र के परवेजाबाद गांव में खनन कार्य के दौरान हुई डीप होल ब्लास्टिंग से गिरा ग्रामीण का घर, हंगामे के बाद जांच करने पहुंचे तहसीलदार बारा। Photograph: (वाईबीएन)
प्रयागराज, वाईबीएन संवाददाता। प्रयागराज के बारा थाना क्षेत्र के परवेजाबाद गांव में खनन कार्य के दौरान गुरुवार को हुई डीप होल ब्लास्टिंग ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी। तेज धमाके से गांव निवासी बुजुर्ग प्रभावती साहू का मकान ढह गया। हादसे के समय उनकी बहू बिटोला देवी रसोई में खाना पका रही थीं और बाल-बाल बचीं। गांव के करीब दर्जनभर घरों और राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की दीवारों में भी गहरी दरारें पड़ गई हैं। धमाके के बाद कई परिवार घर छोड़कर खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि खनन माफिया, पुलिस और तहसील प्रशासन की मिलीभगत से मनमाने ढंग से ब्लास्टिंग कर रहे हैं। जिलाधिकारी के पूर्व आदेश के बावजूद उपजिलाधिकारी स्तर पर कार्रवाई न होना प्रशासनिक लापरवाही माना जा रहा है।
एसडीएम ने पीड़ितों को फटकारा जेल भेजने की धमकी
डीप होलिंग के चलते ब्लॉस्ट से पीड़ित परिवार की महिलाएं शिकायत लेकर उपजिलाधिकारी बारा प्रेरणा गौतम के पास पहुंचीं। ग्रामीणों के मुताबिक, उन्हें न सिर्फ फटकारा गया बल्कि जेल भेजने की धमकी भी दी गई। इतना ही नहीं एसडीएम ने पीड़ित को पकड़वाकर बारा थाने कार्रवाई के लिए भिजवा दिया लेकिन पुलिस ने पीड़ित पर किसी भी कार्रवाई इन्कार कर दिया। इतना ही नहीं तहसील प्रशासन को भी साफ कर दिया कि अगर जेल भेजना है तो तहसील प्रशासन तहरीर दे उसके बाद ही इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए किसान यूनियन प्रयाग के पदाधिकारी बड़ी संख्या में किसानों के साथ पहुंचे। जिसके बाद थाने में बैठे सभी पीड़ितों को छोड़ दिया। वहीं एसडीएम बारा प्रेरणाा गौतम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसरील में ही धरने पर बैठ गए। जिसके बाद धीरे-धीरे किसानों की भीड़ बढ़ती गई। फिलहाल किसान यूनियन के नेताओं और ग्रामीणों ने साफ कह दिया है। कि जब तक उनकी सुनवाई नहीं होगी, तबतक धरना और नारेबाजी चलती ही रहेगी। अगर सुनवाई नहीं हुई तो किसान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रशासन और खनन माफियाओं की मिली भगत की शिकायत करेगा।
अधिकारियों का मुआयना, आश्वासन तक सीमित कार्रवाई
धरने के बाद जब किसानों की भीड़ तहसील पर बढ़ने लगी तो नायब तहसीलदार विनय कुमार और जिला खनन अधिकारी अजय यादव मौके पर पहुंचे। निरीक्षण किया गया और शनिवार तक रिपोर्ट देने की बात कही गई। विनय कुमार ने कहा किहम राजस्व विभाग से हैं। जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी जबकि ग्रामीणों का साफ कहना है कि स्थानीय तहसील प्रशासन और खनन अधिकारी की मिली भगत के कारण ही खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है। डीप होल ब्लास्टिंग से जहां अब तक कई गरीबों के मकान गिर चुके हैं। वहीं स्कूलों तक में दरारें पड़ चकी है। शिकायत के बावजूद तहसील प्रशासन और खनन अधिकारी कार्रवाई ही नहीं करते। वहीं मामले को लेकर एसीपी बारा कुंजलता ने बताया हमें जानकारी मिली थी कि कुछ महिलाओं को थाने भेजा गया है, लेकिन हमने उन्हें वापस कर दिया। जब तक एसडीएम की तरफ से लिखित शिकायत नहीं मिलेगी, कार्रवाई संभव नहीं है।
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