Advertisment

Prayagraj News: जिलाधिकारी ने समाधान दिवस पर मातहतों को दिखाए तेवर

तहसील सोरांव में शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने अपने तेवर दिखाते हुए स्पष्ट कहा कि जन शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं होगी।

author-image
Abhishek Panday
IMG-20250920-WA0081

समाधान दिवस में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने अपने तेवर दिखाते हुए स्पष्ट कहा कि जन शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं होगी। Photograph: (वाईबीएन)

प्रयागराज, वाईबीएन संवाददाता।तहसील सोरांव में शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने अपने तेवर दिखाते हुए स्पष्ट कहा कि जन शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी प्रकरणों का निस्तारण समयबद्धता और गुणवत्तापूर्ण ढंग से किया जाए तथा शिकायतकर्ता की संतुष्टि सुनिश्चित की जाए। शिकायतों का निस्तारण सरकार की प्रथम वरीयता पर है। इसमें किसी भी अफसर या जिम्मेदारों ने किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती तो सीधे कार्रवाई के लिए तैयार रहे।

IMG-20250920-WA0079
जिलाधिकारी ने कहा कि शिकायतों की जांच जमीनी स्तर पर की जाए। Photograph: (वाईबीएन)

फाफामऊ पुल रहा बंद, कई किलोमीटर लंबे रुट से पहुंचे डीएम

बता दें कि इन दिनों फाफामऊ पुल का मरम्मतीकरण का कार्य चल रहा है। जिसके चलते 15 दिन के लिए पुल पर चार पहिया व बड़े वाहनों का आवागमन बंद है। सिर्फ दो पहिया वाहनों को ही छूट मिली है। हालांकि उसमें भी जाम के चलते घंटों का समय लगता है। वहीं शनिवार को समाधान दिवस सोरांव में था। जिसके चलते उने अधिनस्तों ने किसी और तहसील पर सुनवाई करने की सलाह दी लेकिन सोरांव तहसील की इन दिनों लापरवाही की बड़ी शिकायतें थी। जिसके चलते डीएम ने सोरांव तहसील में ही सुनवाई करने के लिए कहा। जिसके बाद वह कई किलोमीटर लंबा रूट पकड़कर सोरांव तहसील पहुंचे और वहां जनसुनवाई की। वहीं सोरांव तहसील के अधिकारियों व कर्मचारियों को लगा था जाम के चलते शायद डीएम सोरांव न आएं लेकिन डीएम ने तहसील पहुंचकर साफ जता दिया कि लापरवाही नियंत्रित करने के लिए वह कुछ भी कर सकते हैं। वहीं जाम के आने के बाद तहसील कर्मचारी पूरी मशक्कत के साथ काम में जुट गए।

555 शिकायतें लेकिन सिर्फ 11 का ही निस्तारण

इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि शिकायतों की जांच जमीनी स्तर पर की जाए और विलम्ब या अनियमितता पाए जाने पर सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य, विद्युत व अन्य विभागों से जुड़े प्रकरणों पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही चकमार्गों को अवैध कब्जों से मुक्त कराने और विद्युत बिलों में अनियमितताओं से जुड़ी शिकायतों को प्राथमिकता से निस्तारित करने का आदेश दिया। समाधान दिवस पर कुल 555 शिकायतें दर्ज हुईं। इनमें से 287 राजस्व विभाग, 58 विकास विभाग, 123 पुलिस विभाग, 15 विद्युत विभाग और 72 अन्य विभागों से संबंधित थीं। हालांकि इनमें से 11 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण हो पाया। शेष शिकायतों को निर्धारित समयसीमा में निस्तारित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनीता सिंह, उपजिलाधिकारी सोरांव, जिला विकास अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

Advertisment

यह भी पढ़ें: इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा आदेश, पुलिस दस्तावेजों से तत्काल हटे अभियुक्तों की जाति का उल्लेख

यह भी पढ़ें: जहां अंतिम घटना वहां की अदालत को घरेलू हिंसा कानून की अर्जी की सुनवाई करने का है क्षेत्राधिकार -हाईकोर्ट

यह भी पढ़ें: माघ मेला होगा दिव्य-भव्य, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी मंडलायुक्त सौम्या

Advertisment
prayagraj Prayagraj News
Advertisment
Advertisment