शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
IMA प्रदेश अध्यक्ष के अस्पताल में प्रसव के बाद शिक्षिका की मौत हो गई। नाराज स्वजन ने बृजदीप नृसिंग होम की चिकित्सक dr deepa saxena पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस दौरान विरोध स्वरूप हंगामा भी किया। घटना से बाद अस्पताल परिसर से लेकर बाहर और सड़क पर अफरातफरी मच गई। सूचना मिलने पर कोतवाली और थाना सदर बाजार पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। रात 12 बजे पुलिस को घटना संबंधित तहरीर दी गई।
गोला निवासी मयंक चड्ढा से हुई थी शादी, सुरक्षित प्रसव के लिए रह रही थी माँ बाप के साथ
मोहनगंज निवासी मुकेश आहूजाकी बेटी चारू आहूजा की शादी लखीमपुर खीरी के गोला क्षेत्र निवासी मयंक चड्ढा से हुई थी। चारु पुवाया क्षेत्र में एक विद्यालय में शिक्षिका थीं। शनिवार रात प्रसव पीड़ा होने पर स्वजन न उन्हें बृजदीप नर्सिंग होम (कोतवाली थाना क्षेत्र) ले गए। रात करीब ढाई बजे चारु ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। स्वजन के अनुसार डिलीवरी के बाद चारू कुछ समय तक ठीक रही। रविवार सुबह तबीयत बिगड़ने लगी। स्वजन का आरोप है चिकित्सक को तबीयत बिगड़ने की सूचना दी गई, लेकिन वह नहीं आई। दोपहर बाद हालत बिगड़ने पर dr deepa saxena ने डॉ विजय पाठक समेत चिकित्सक बुला लिए। इसके बाद चारू को कमला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। कमला हॉस्पिटल पहुंचने के बाद भी समय रहते उचित इलाज न मिलने से चारू की मौत हो गई। हालांकि नवजात बच्ची स्वस्थ है।
स्वजन का कहना है की यदि यदि समय रहते सही इलाज मिलता तो चारु की जान बचाई जा सकती थी। नाराज परिवारीजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। कार्रवाई की मांग को लेकर देर रात तक शव के पास बैठे रहे। सड़क पर जाम के चलते यातायात भी बाधित रहा। पुलिस ने रात 12 बजे बाद तहरीर लेकर FIR दर्ज करने का भरोसा दिलाया है।
वर्जन
चारू चड्ढा का हमने ही उपचार किया। आपरेशन के बाद स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ। सब ठीक रहा। अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। मैंने कई अन्य विशेषज्ञ को भी बुला लिया। हालत बिगड़ने पर ही चारू को कमला अस्पताल रेफ़र किया गया, जहां चारू चड्ढा की मौत हो गई। उपचार में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की गई है।
डॉ दीपा सक्सेना, सर्जन व वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ