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जागरूकता: समृद्धि के लिए मोटा अनाज उगाएं, सम्मान निधि को फार्मर रजिस्ट्री कराएं

कृषि विभाग की ओर से मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय मिलेट्स रेसिपी विकास एवं जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उद्घाटन जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। उन्होंने मोटे अनाज उत्पादन तथा फार्मर रजिस्ट्री पर जोर दिया।

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Narendra Yadav
गोष्ठी

कृषि विभाग की ओर से आयोजित गोष्ठी में मंचासीन डीएम् धर्मेन्द्र प्रताप सिंह । पास बैठे डीसीबी अध्यक्ष डीपीएस राठौर, भाजपा जिलाध्यक्ष केसी मिश्रा, महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )

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शाहजहांपुर,वाईबीएन संवाददाता: 

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उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम के तहत बुधवार को एक दिवसीय रेसिपी विकास एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने मोटे अनाज के उत्पादन  तथा फार्मर रजिस्ट्री पर जोर दिया। 

गन्ना शोध परिषद में आयोजित संगोष्ठी में जिलाधिकारी सिंह ने कहा कि 50 साल पहले मोटे अनाज की खेती काफी होती थी, लेकिन आज के समय में किसानों ने मोटे अनाज की खेती ही करना बंद कर दिया गया है। पुरानी सभ्यता में देखा गया है कि फसलों में मोटे अनाज के साक्ष्य मिले है, जिससे स्पष्ट होता है कि पहले के लोग मोटे अनाज को खान-पान में प्रयोग करते थे, जिससे वह स्वस्थ और निरोग रहते थ। मोटे अनाज के प्रयोग से शुगर जैसी बीमारी नहीं होती है। गेहूँ एवं धान की खेती करने के लिए काफी मात्र में पानी की आवश्यकता होती है, जबकि मोटे अनाज में बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है। डीएम ने कहा कि मोटे अनाज की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए फार्मर रजिस्टरी को जरूरी बताया। कहा की 40 प्रतिशत रजिस्ट्री हो चुकी है। जिन किसानों ने फार्मर रजिस्टरी नहीं करवाई,  उन किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि नहीं  मिलेगी। डीएम ने न फार्मर रजिस्ट्री पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने डीएम नाम से यू-ट्यूब चैनल से भी जानकारी लिए जाने पर जोर दिया। 

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उप कृषि निदेशक धीरेन्द्र सिंह ने मिलेट्स के उत्पादों की गुणवत्ता पर प्रकाश डाला। बताया की विभाग की ओर से मोटे अनाज के 5500 पैकेट (प्रत्येक पैकेट 08 किलोग्राम) किसानों निःशुल्क उपलब्ध कराये गए हैं।  उन्होंने किसानों से मोटे अनाज के बीज प्राप्त कर खेती का आह्वान किया। डीसीबी अध्यक्ष डीपीएस राठौर  ने कहा मिल से बने आटे की रोटी काफी सफेद होती है, जिसका कारण है कि गेहूँ के छिकल को उतर कर छिकल से दवाई बनायी जाती है। उन्होंने देशी आटें की रोटी बनवाने पर जोर दिया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष केसी मिश्रा; महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता, विनीत मिश्रा, कृषि विज्ञान केंद्र की विज्ञानी डा नूतन वर्मा, डा  महेश गुप्ता, डा आरडी तिवारी, डा संजीव पाठक, पीपीओ संजय कुमार, जीएफ कालेज, एसएस कॉलेज आर्य महिला डिग्री कॉलेज, पीएम ]श्री राजकीय इण्टर कॉलेज , प्ररेणा कैन्टीन, बाल विकास पुष्टाहार विभाग के कार्मिकों ने प्रतिभाग किया।

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सत्यम होटल व एसएस कालेज को प्रथम पुरस्कार

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निणायक मण्डल ने होटल एवं रेस्टोरेट श्रेणी में होटल सत्यम इम्परिया को प्रथम, कॉलेज,  स्कूल में एसएस कॉलेज को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया। जीएफ कालेज को द्वितीय, आर्य महिला को तृतीय समूह, महिला समूह, व्यक्तिगत में प्ररेणा कैन्टीन विकास भवन को प्रथम, बाल विकास पुष्टाहार को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।  

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