/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/29/progressive-farmer-kaushal-mishra-2025-10-29-12-51-36.jpeg)
प्रगतिशील कृषक कौशल मिश्रा के पफार्म में गन्ना खेती का निरीक्षण करते एडीएम व डीसीओ Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 46 लाख किसानों को दिवाली व छठ का बड़ा तोहफा दिया है। बुधवार को लखनऊ मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने मूल्य वृद्धि की मीठी खबर दी। इस सत्र में गन्ने का मूल्य ₹30 प्रति क्विंटल बढ़ाकर ₹400 प्रति कुंतल कर दिया गया है। इस निर्णय से प्रदेश के प्रदेश में गन्ना रकबा भी बढेगा और किसानों का गन्ना खेती से मोहभंग भी रुकेगा। सरकार के निर्णय का प्रदेश के किसानों ने स्वागत किया है। प्रगतिशील कृषक कौशल मिश्रा, वीरपाल सिंह, मृगांक मिश्रा आदि ने सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए किसानों की खुशहाली के लिए बडा कदम बताया है।
2023 में बढा भी 20 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य
वर्ष 2023 में गन्ने का 20 रुपये बढाकर 370 रुपये प्रति क्विंटल किया गया था। इस बार की वृद्धि न सिर्फ किसानों के लिए राहत की खबर है, बल्कि इससे प्रदेश के गन्ना उत्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। किसानों का कहना है कि खाद, बीज, मजदूरी और डीजल के दाम बढ़ने से खेती की लागत बढ़ गई थी, लेकिन अब सरकार ने उनकी मांग को समझते हुए गन्ना मूल्य में उल्लेखनीय बढ़ोतरी कर दी है।
पेराई सत्र शुभारंभ से पहले मूल्य वृद्धि से किसान खुश
पेराई सत्र शुरु होने से पहले गन्ना मूल्य वृद्धि की घोषणा के बाद प्रदेशभर के गन्ना बेल्टों में खुशी की लहर दौड़ गई। पेराई सत्र शुरू होने से पहले गन्ना मूल्य वृद्धि से किसानों को ज्यादा फायदा होगा। दरअसल तमाम किसान गुड व निजी मिलों के लिए भी गन्ना की बिक्री करते है, पेराई से पूर्व मूल्य बढ जाने से सभी किसानों को फायदा होगा।
नेपाल में भी लोकप्रिय हैं शाहजहांपुर की किस्में
शाहजहांपुर जिले के किसान सबसे ज्यादा उत्साहित हैं, क्योंकि यहां स्थित उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद का मुख्यालय है, जहां से अब तक 243 गन्ना किस्में विकसित की जा चुकी है। इन किस्मों की लोकप्रियता उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और यहां तक कि नेपाल तक फैली हुई है। शाहजहांपुर जनपद में लगभग एक लाख 55 हजार किसान गन्ने की खेती करते हैं, जो एक लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में यह मीठी फसल उगाते हैं।
प्रगतिशील कृषक बोले, मूल्य वृद्धि अच्छा निर्णय, समय से मिले भुगतान
प्रगतिशील कृषक कौशल मिश्रा गन्ना मूल्य वृद्धि को अच्छा कदम बताया, कहा इससे किसानों की आय में इजाफा होगा। उन्होंने कहा कुछ वर्षों में लागत बढ़ने के कारण गन्ने की बुवाई में कमी आई थी। गन्ना विकास विभाग भी इस गिरावट को लेकर चिंतित था। किंतु अब गन्ना मूल्य बढ़ने से किसानों में नई ऊर्जा और उत्साह आया है। गन्ना कृषक महेंद्र दुबे का मानना है कि यह निर्णय विशेष रूप से शरदकालीन गन्ना बुवाई के लिए प्रेरक साबित होगा और प्रदेश में गन्ने का रकबा एक बार फिर तेजी से बढ़ेगा।
कृषक ज्ञानेश तिवारी ने कहा चीनी मिलों के लिए भी यह निर्णय फायदेमंद साबित होगा। बेहतर गन्ना आपूर्ति से उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और राज्य की चीनी मिलें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अग्रणी स्थिति को और मजबूत करेंगी। वर्तमान में गन्ना उत्पादन और चीनी निर्माण में उत्तर प्रदेश देश में नंबर वन है, और अब यह बढ़ोतरी प्रदेश की अर्थव्यवस्था को और “मीठा” बनाने जा रही है।
सेवा निवृत वैज्ञानिक अधिकारी डा एसपी सिंह ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि अब गन्ना खेती एक बार फिर लाभदायक साबित होगी। शाहजहांपुर से लेकर पूरे प्रदेश तक खेतों में गन्ने की नई फसल की खुशबू और उम्मीदों की मिठास फैलेगी।
यह भी जाने
उत्तर प्रदेश में कुल किसान : 40 लाख
गन्ना खेती क्षेत्र : 30 लाख हेक्टेयर
शाहजहांपुर जिले में किसान : 1.55 लाख
शाहजहांपुर में गन्ना खेती क्षेत्र : 1.01 लाख हेक्टेयर
यह भी पढें
शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज के बाथरूम में तीमारदार महिला के साथ दुष्कर्म, सफाई कर्मी पर आरोप
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us