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दियूनी बैराज से गर्रा नदी में पानी छोडे जाने से बढे जलस्तर का दृश्य Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः मैदान से लेकर पहाडों तक हो रही बारिश से नदियों के बांधो को खतरा बढ रहा है। नतीजतन बैराज से लगातार पानी छोडा जा रहा है। इसका प्रभाव शाहजहांपुर समेत यूपी व उत्तराखंड पर भी पड रहा है। जिले से होकर जाने वाली गंगा, रामगंगा, गर्रा आदि नदियों में भी पानी छोडे जाने से जलस्तर भी तेजी से वृद्धि दर्ज हो रही है।
गर्रा में दियूनी बैराज से छोडा 17318 क्यूसेक पानी
पीलीभीत स्थित दियूनी बैराज से गर्रा नदी में 17318 क्यूसेक पानी छोडा गया है। इससे नदी के जलस्तर में दो मीटर तक की वृद्धि दर्ज हो सकती है। हालांकि खतरे के निशान से तीन मीटर तक नीचे रह सकता है। एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार ने इसकी पुष्टि की। बताया कि दो सितंबर को नगर के अजीजगंज स्थित गर्रा नदी पुल के पास जलस्तर वृद्धि का असर दिखाई देगा।
गंगा में 1.22 लाख क्यूसेक पानी छोडा गया
नरौरा बैराज से गंगा नदी में लगातार पानी छोडा जा रहा है। शनिवार को गंगा में एक लाख 22 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोडा गया। इससे पावन नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। इसी तरह रामगंगा, बहगुल, कटना आदि नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ रहा है।
प्रशासन ने किए बाढ राहत व बचाव के प्रबंध
प्रशासन ने बाढ बचाव व राहत के दिशा निर्देश जारी कर दिए है। एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार ने सभी लेखपालों के साथ ही बाढ चौकियों के प्रभारियों को निगरानी के निर्देश दिए है। उन्होंने बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ राहत व बचाव के लिए सभी तैयारियों रखे जाने को कहा है। उधर कलान तहसील में बाढ प्रभावित लोगों को लगातार राहत पहुंचने का भी क्रम चल रहा है।
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