Event : दुर्गा कॉलोनी में भारतीय संस्कृति से परिपूर्ण संध्या में बही भक्ति की रसधार, वरिष्ठजनों का हुआ सम्मान
लाल इमली चौराहा स्थित दुर्गा कॉलोनी के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें कॉलोनी वासी शामिल हुए इस दौरान वरिष्ट जनों को सम्मानित किया गया। कवि एवं वक्ताओं ने कॉलोनी के इतिहास और परंपरा पर प्रकाश डाला।
महानगर में लाल इमली चौराहा स्थित दुर्गा कॉलोनी ने अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर भव्य स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर विशाल सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें कॉलोनी के सभी निवासी श्रद्धा और भक्ति के साथ शामिल हुए। पूरे वातावरण में भक्तिमय और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
बुजुर्गों का हुआ वंदन-अभिनंदन
Advertisment
समारोह का मुख्य आकर्षण कॉलोनी के वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान था। आयोजन समिति द्वारा देववती तिवारी, सरोजनी देवी चौरसिया, रामाश्रय पाठक, रमाशंकर बाजपेई, गिरीश चंद्र चौरसिया, बृजभूषण लाल सक्सेना, राजेश्वरी बाजपेई, उमा देवी बाजपेई सहित कई वरिष्ठ जनों को सम्मानित किया गया। उनके योगदान और अनुभवों को याद करते हुए उन्हें पुष्पमालाओं और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
पुण्य आत्माओं को श्रद्धांजलि
Advertisment
कॉलोनी की स्थापना के विकास और समृद्धि में अपना योगदान देने वाली पुण्य आत्माओं को भी श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर सभी ने विचार व्यक्त किए और उनके योगदान को नमन किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
कवियों और वक्ताओं ने साझा किए विचार
इस आयोजन में कॉलोनी के प्रसिद्ध कवि इंजीनियर अनिल दीक्षित ने कॉलोनी के इतिहास पर प्रकाश डाला, वहीं कवि डॉ. इंदु अजनबी ने "मेले और बाजार तुम्हारे होने से" कविता प्रस्तुत कर माहौल को संगीतमय कर दिया।
Advertisment
वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष त्रिपाठी ने अपने संबोधन में बुढ़ापे के महत्व और अनुभवों का सुंदर चित्रण किया। इस मौके पर व्यवसायी राकेश चौरसिया, डॉ. दिनेश पाठक, गिरीश पांडे, कृपा शंकर बाजपेई (सोनू), नीरज दीक्षित, शोभित गोविल, सिद्धांत अवस्थी एवं शाश्वत अवस्थी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में कॉलोनी के समर्पित कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। आयोजन को सफल बनाने में विपुल दीक्षित (शानू), अभय दीक्षित, विजय चौरसिया, अभय चौरसिया, प्रशांत चौरसिया सहित पूरे दुर्गा कॉलोनी परिवार ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. मयंक भूषण पांडे ने सभी अतिथियों और कॉलोनीवासियों का आभार व्यक्त किया।
दुर्गा कॉलोनी का यह समारोह न केवल एक उत्सव था, बल्कि संस्कृति, परंपरा, भाईचारे और श्रद्धा का प्रतीक भी बना। यह आयोजन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेगा और कॉलोनी के सामाजिक और आध्यात्मिक मूल्यों को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।