शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । प्रदेश भर में जारी प्रचंड गर्मी और हीट वेव के बीच शिक्षकों को विद्यालय बुलाए जाने के आदेशों से असंतोष गहराता जा रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार को स्थानीय शिक्षक भवन में आयोजित हुई। बैठक में संघ के पदाधिकारियों ने 30 जून तक सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के लिए अवकाश की मांग की।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष मुनीश मिश्र ने कहा जब बच्चों के लिए भीषण गर्मी को देखते हुए पहले ही अवकाश घोषित किया जा चुका है तो शिक्षकों को विद्यालय बुलाना न केवल अव्यवहारिक है बल्कि यह एक अमानवीय निर्णय है। जिला मंत्री देवेश बाजपेई ने बताया कि जिले के कई शिक्षक रोजाना 60 से 70 किलोमीटर तक की यात्रा कर दूरदराज़ के विद्यालयों में पहुंचते हैं। जब स्कूलों में कोई शैक्षणिक गतिविधि नहीं हो रही है और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है, तो शिक्षकों की उपस्थिति औपचारिकता मात्र बनकर रह गई है उन्होंने कहा। संघ के जिला मीडिया प्रभारी राजकुमार तिवारी ने कहा कि शिक्षक हमेशा अपने दायित्वों का ईमानदारी से पालन करते हैं। लेकिन ऐसे हालातों में, जब अधिकांश कार्य ऑनलाइन पूरे किए जा सकते हैं तो शिक्षकों को जानलेवा गर्मी में विद्यालय बुलाना अनुचित और अन्यायपूर्ण है।
बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को भी 30 जून तक पूर्ण अवकाश प्रदान किया जाए ताकि उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा का संरक्षण किया जा सके। बैठक में जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष यशपाल सिंह, कोषाध्यक्ष रविन्द्र पाल प्रजापति, सिंधौली अध्यक्ष नवेन्दु मिश्रा, पुवायां अध्यक्ष अश्विनी अवस्थी, अरविंद त्रिपाठी, राकेश रोशन समेत कई शिक्षक पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में यह मांग दोहराई कि सरकार शिक्षक हित में संवेदनशीलता दिखाते हुए शीघ्र निर्णय ले।
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