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साहित्य: परशुराम धाम के महंत ने किया काव्य संग्रह का विमोचन

जलालाबाद के परशुराम जन्मभूमि के महंत पंडित सत्यदेव पांडे ने अनुभूति के काव्य संग्रह का विमोचन किया। उन्होंने साहित्य साधना को महान कृत्य बताते हुए कवियों और साहित्यकारों को समाज का पथ प्रदर्शक बताया।

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Anurag Mishra
विमोचन

काव्य संग्रह का विमोचन करते परशुराम जन्मभूमि के महंत पंडित सत्यदेव पांडे Photograph: (ybn network )

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शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता

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जलालाबाद के परशुराम जन्म भूमि स्थल के महंत पंडित सत्यदेव पांडे ने अनुभूति के अंबुज काव्य संग्रह का विमोचन किया। इसकी रचना कवि पंडित शिवराम रूप त्रिवेदी द्वारा की गई है। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने त्रिवेदी जी को उनके काव्य संग्रह के विमोचन पर शुभकामनाएं और बधाई दी 

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कवि समाज के पथ प्रदर्शक 

काव्य संग्रह विमोचन करते हुए महंत पंडित सत्यदेव शास्त्री ने कहा की कवि और साहित्यकार समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं वह सदैव अपने साहित्य के माध्यम से समाज को राह दिखाने का कार्य करते हैं कहा भी गया है जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि। अर्थात जिस प्रकार सूर्य विश्व में अपने प्रकाश के माध्यम से हमारा मार्ग आलोकित करता है और हमें नया जीवन प्रदान करता है इस प्रकार साहित्यकार और कई अपनी रचनाओं के माध्यम से हमारे अंतःकरण को आलोकित करने का काम करते हैं। 

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साहित्य सेवा एक पूजा है 

इस दौरान जनपद के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर सत्य प्रकाश मिश्रा ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि साहित्य की सेवा एक पूजा है जिसके माध्यम से अपने जीवन को सार्थक बनाकर जीवन सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने अनुभूति काव्य संग्रह पर प्रकाश डालते हुए इसकी विशेषताओं से अवगत कराया। 

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यह लोग रहे उपस्थित 

राम मोहन मिश्रा, राजू शुक्ला, वैभव त्रिवेदी रामनाथ गुप्ता अनंतराम सागर ज्ञानप्रकाश मिश्रा केके बाजपेई आचार्य जगदीश प्रसाद अवस्थी ड सभासद मनोज अग्निहोत्री अखिल पाठक आदि लोग मौजूद रहे। 

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