Advertisment

हादसा : भेड़ को बचाने में पिता पुत्र की नदी में डूबने से मौत, एसडीएम ने पाँच लाख की मदद का दिलाया भरोसा

गर्रा नदी में भेड़ को नहलाने गए पिता पुत्र की डूबने से मौत हो गई। घटना थाना सेहरामऊ क्षेत्र के गांव रौरा की हैं। रविवार शाम जब एक साथ बाप बेटे की एक साथ चिता जली तो लोगों की आँखे नम हो गईं। एसडीएम सदर ने स्वजनों को पांच लाख आर्थिक सहायता का भरोसा दिलाया।

author-image
Narendra Yadav
हादसा

रौरा गाँव में रविवार को फकीरेलाल का शव निकालने के दौरान घटना स्थल पर मौजूद एसडीएम ज्ञानेन्द्र नाथ, सीओ प्रयांक व ग्रामीण Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता।

Advertisment

जनपद में शनिवार को थाना सेहरामऊ दक्षिणी क्षेत्र से मर्माहत कर देने वाली खबर आई। गर्रा नदी में भेड़ से डूबने से बचाव में पिता पुत्र की मृत्यु हो गई। ग्रामीणों ने बेटे का शव बरामद कर लिया है। रविवार को फकीरेलाल पाल के शव को निकाला गया। पोस्टमार्टम के बाद शाम को पिता पुत्र की जब चिता जली, तो सभी की आंखे नम हो गई। 

शनिवार को रौरा गांव निवासी 50 वर्षीय फकीरे लाल अपने 22  वर्षीय बेटे विवेक के साथ भेड़ चराने गए थे। इसी दौरान एक भेड़ गर्रा नदी में चली गई।  उसे डूबमे से बचाने के लिए विवेक ने छलांग लगा दी। गहरे पानी में विवेक को डूबता देख फकीरे लाल ने बिना किसी देरी के बेटे को बचाने के लिए नदी के कूद गए ।आसपास मौजूद लोगों ने जैसे ही दोनों को डूबते देखा, तुरंत मदद के लिए आवाज लगाई । स्थानीय ग्रामीणों ने बचाव के साथ रविवार को भरगवां गाँव के 14 गोताखोरों ने फकीरेलाल के शव को निकाल लिया। पुलिस मौके पर पहुंचकर पंचनामा भरने की कार्यवाही शुरू कर दी। 

यह भी पढ़ें 

Advertisment

Mahakumbh Stampede: भगदड़ पर पीएम ने जताया दुख, बोले- हादसा अत्यंत दुखद... मृतक के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं

हादसा
रौरा गाँव में फकीरे लाल का शव निकाले जाने के बाद गर्रा नदी के शोक संतृप्त स्वजन व महिलाएं Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )

 

Advertisment

एसडीएम बोले मिलेगी पाँच लाख की मदद 

एसडीएम ज्ञानेन्द्र नाथ, सीओ प्रयांक जैन भी घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने शोक संतृप्त परिवार को ढाँढ़स बँधाया। इस दौरान एसडीएम ने किसान बीमा योजना के तहत पाँच लाख की मदद का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान इंद्रपाल, अरविन्द पाल आदि मौजूद रहे। 

यह भी पढ़ें 

Advertisment

HEALTH: पुलिस अधीक्षक ने अपने परिवार के साथ ली फाइलेरिया रोधी दवा

हर आँख हुई नम  

हादसा
इन्हीं गोताखोरों ने शव को निकाला Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )

 

इस दौरान जब पिता पुत्र की एक साथ चित जली, तो हर आँख नम हो गई।  कई घरों में खाना तक नहीं बना। ग्रामीणों का कहना था, हर एक दो वर्ष में लोगों की डूबकर मौत हो जाती है। पिछले वर्ष राजेश जाटव और रक्षपाल वर्मा की मौत हो गई थी।

यह भी पढ़ें 

भिडन्त: ग्राम पंचायत की मीटिंग मे दो पक्षों में संघर्ष, चार घायल

घटना
भेड़ बचाने के लिए विवेक पाल ने लगाई छलांग नदी में डूबकर मौत Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )

 

 

 

Advertisment
Advertisment