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रौरा गाँव में रविवार को फकीरेलाल का शव निकालने के दौरान घटना स्थल पर मौजूद एसडीएम ज्ञानेन्द्र नाथ, सीओ प्रयांक व ग्रामीण Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता।
जनपद में शनिवार को थाना सेहरामऊ दक्षिणी क्षेत्र से मर्माहत कर देने वाली खबर आई। गर्रा नदी में भेड़ से डूबने से बचाव में पिता पुत्र की मृत्यु हो गई। ग्रामीणों ने बेटे का शव बरामद कर लिया है। रविवार को फकीरेलाल पाल के शव को निकाला गया। पोस्टमार्टम के बाद शाम को पिता पुत्र की जब चिता जली, तो सभी की आंखे नम हो गई।
शनिवार को रौरा गांव निवासी 50 वर्षीय फकीरे लाल अपने 22 वर्षीय बेटे विवेक के साथ भेड़ चराने गए थे। इसी दौरान एक भेड़ गर्रा नदी में चली गई। उसे डूबमे से बचाने के लिए विवेक ने छलांग लगा दी। गहरे पानी में विवेक को डूबता देख फकीरे लाल ने बिना किसी देरी के बेटे को बचाने के लिए नदी के कूद गए ।आसपास मौजूद लोगों ने जैसे ही दोनों को डूबते देखा, तुरंत मदद के लिए आवाज लगाई । स्थानीय ग्रामीणों ने बचाव के साथ रविवार को भरगवां गाँव के 14 गोताखोरों ने फकीरेलाल के शव को निकाल लिया। पुलिस मौके पर पहुंचकर पंचनामा भरने की कार्यवाही शुरू कर दी।
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एसडीएम बोले मिलेगी पाँच लाख की मदद
एसडीएम ज्ञानेन्द्र नाथ, सीओ प्रयांक जैन भी घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने शोक संतृप्त परिवार को ढाँढ़स बँधाया। इस दौरान एसडीएम ने किसान बीमा योजना के तहत पाँच लाख की मदद का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान इंद्रपाल, अरविन्द पाल आदि मौजूद रहे।
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हर आँख हुई नम
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इस दौरान जब पिता पुत्र की एक साथ चित जली, तो हर आँख नम हो गई। कई घरों में खाना तक नहीं बना। ग्रामीणों का कहना था, हर एक दो वर्ष में लोगों की डूबकर मौत हो जाती है। पिछले वर्ष राजेश जाटव और रक्षपाल वर्मा की मौत हो गई थी।
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