आर्य महिला महाविद्यालय में डॉ. रजनी सिंह के मार्गदर्शन में रेंजर्स ने टोली भावना और अनुशासन के सीखे गुण
आर्य महिला महाविद्यालय में रेंजर्स के पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ प्राचार्या डॉ. सुनीता जैसल ने ध्वजारोहण के साथ किया। शिविर मेंरेंजर्स प्रभारी डॉ. रजनी सिंह ने अनुशासन, साहस, टोली भावना और शारीरिक प्रशिक्षण की विभिन्न गतिविधियाँ कराई गईं।
शाहजहांपुर आर्य महिला महाविद्यालय में रेंजर्स के पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सुनीता जैसल के ओर से ध्वजारोहण किया गया। इसके पश्चात ईश प्रार्थना और झंडा गीत हुआ। इस अवसर पर प्राचार्या डॉ. जैसल ने रेंजर्स को संबोधित करते हुए बताया कि विभिन्न दलों का निर्माण राष्ट्रीय एकता और साहसिक गुणों के विकास के उद्देश्य से किया जाता है। उन्होंने रेंजर्स को कठिन परिस्थितियों में दृढ़ मनोबल के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी।
शिविर में अनुशासन, टोली भावना और शारीरिक प्रशिक्षण पर जोर
रेंजर्स प्रभारी डॉ. रजनी सिंह ने प्रतिभागियों को अनुशासन और साहस के साथ शिविर में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया। शिविर में कंचन मिश्रा एवं खुशी श्रीवास्तव के संरक्षण में रेंजर्स को V Formation, सैल्यूट, B.P. 6 एक्सरसाइज, टोली में रहने के गुण, वर्दी पहनने का सही तरीका और हाथ मिलाने के शिष्टाचार सिखाए गए।
इस शिविर में महाविद्यालय की कई वरिष्ठ शिक्षिकाएँ एवं प्रशिक्षक उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. दुर्गावती सिंह, डॉ. संजीता अग्रवाल, डॉ. उमेश भारती, अनुराधा, रितु शर्मा, माया देवी, नम्रता लता, प्रज्ञा वर्मा, डॉ. रानू दुबे और शालिनी श्रीवास्तव शामिल थीं।
शिविर में शामिल छात्राएँ
शिविर में रेंजर्स प्रतिभागियों ने पूरे उत्साह के साथ प्रशिक्षण लिया। इनमें पुष्पांजली सिंह, स्वप्निल, दुर्गा, शालू, अनुपम, रीना, सौम्या, अंजली, रिमझिम और अदिति समेत कई छात्राएँ शामिल रहीं।
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शिविर के पहले दिन के समापन पर रेंजर्स प्रभारी डॉ. रजनी सिंह ने सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया। इसके बाद सभी प्रतिभागियों ने जलपान ग्रहण किया और पहले दिन का समापन हुआ।