शाहजहांपुर, बाईवीएन संवाददाता
जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में पीएमश्री विद्यालयों और अधिकारियों की ओर से रा गोद लिए गए विद्यालयों की व्यवस्था तथा विकास की समीक्षा की। और बैठक में उपस्थित संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नगर पालिका परिषद और क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने, अच्छी रंगाई पुताई कराने, टाइल्स लगवाने तथा पुस्तकालय और खेलकूद व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी स्कूलों मे फर्नीचर की उपलब्धता, बुनियादी सुविधाएं सुधारने, स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने, फुलवारी और बागवानी और खेल के मैदान का अच्छा रखरखाव करने के निर्देश दिए । उन्होंने विकास कार्यों का पीपीटी के माध्यम से अवलोकन भी किया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत समय वद्द ढंग से निरीक्षण करने के निर्देश दिए।बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने जिलाधिकारी को अंगीकृत विद्यालयों में किया जा रहे विकास कार्यों और सुधारात्मक क्रियाकलापों के संबंध में जानकारी दी। माध्यमिक शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि माध्यमिक विद्यालयों में खेल-कूद मैदान, फुलवारी, शौचालयों की स्वच्छताक विशेष ध्यान रखने तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए विद्यालयों में स्टेज बनवाने के प्राथमिकता दी जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपराजिता सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक हरिवंश कुमार, बीएसए दिव्या गुप्ता सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।
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डीएम की पहल पर खुशनुमा होने लगा स्कूलों का माहौल
जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह की शिक्षा के प्रति सकारात्मक और सुधारात्मक सोच से माध्यमिक प्राथमिक और उच्चस्तर पर शिक्षा का माहौल बदलने की एक नई आस जगी है। जनपद के अनेक विद्यालयों में सीमित संसाधनों के बावजूद विद्यालयों में खुशनुमा वातावरण पैदा करने के लिए विद्यालयों को सामाजिक संगठनो, स्वयंसेवी सस्थाओं को गोद देने की परंपरा से स्कूलों की दशा सुधर रही है। छात्र-छात्राओं को अधिक संसाधन, सुविधाएं और स्तरीय वातावरण मिल रहा है। डीएम की शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक पहल से छात्र-छात्राओं और शिक्षकों में उत्साह है।
कस्तूरबा विद्यालयों की छात्राओं में जगा आत्मविश्वास
जनपद में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में डीएम की सकारात्मक सोच के परिणाम उत्साहवर्धक हैं। विद्यालयों को अधिकारियों द्वारा गोद लेने से समाज के वंचित कमजोर वर्ग की छात्राओं को अध्ययन लिए समुचित परिवेश, सुविधाएं, और संसाधन उपलब्ध हो रहे हैं। विद्यालयों के बच्चों को अपने आवास पर बुलाकर सम्मानित करना, भोजन पर आमंत्रित करना, बच्चों के लिए किसी टॉनिक से काम नहीं है ।मुख्य विकास अधिकारी अपराजिता सिंह की पहल पर बुकबैंक और समय-समय पर डीएम का प्रोत्साहन बच्चों को नई प्रेरणा दे रहा है।
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