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प्रशासनिक अधिकारी शाहजहांपुर को ज्ञापन सौंपते हुए Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
शाहजहांपुर में पंचशील सोशल वेल्फेयर सोसाइटी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में कथित जातिगत भेदभाव का मुद्दा उठाया है। संस्था के पदाधिकारी शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।
सोसाइटी का दावा है कि BHU में अनुसूचित जाति के एक छात्र ने पीएचडी के लिए आवेदन किया था। विश्वविद्यालय में तीन सीटें खाली थीं, लेकिन केवल दो सीटों पर ही प्रवेश दिया गया। संस्था का आरोप है कि यह फैसला जानबूझकर लिया गया ताकि दलित छात्र को प्रवेश से वंचित किया जा सके।
संस्था की मांग
पंचशील सोशल वेल्फेयर सोसाइटी ने इस फैसले को न केवल उच्च शिक्षा की निष्पक्षता के खिलाफ बताया, बल्कि इसे सामाजिक न्याय के मूल सिद्धांतों का भी उल्लंघन करार दिया। संस्था के पदाधिकारियों ने मांग की कि—
1. मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
2. पीड़ित छात्र को न्याय दिलाया जाए और उसे पीएचडी में प्रवेश दिया जाए।
3. शैक्षणिक संस्थानों में जातिगत भेदभाव को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
भेदभावपूर्ण नीतियों पर चिंता
संस्था ने उत्तर प्रदेश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में जारी भेदभावपूर्ण नीतियों पर भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि अगर यह सिलसिला नहीं रुका, तो दलित और पिछड़े वर्गों के छात्रों को उच्च शिक्षा में समान अवसर नहीं मिल पाएंगे।
संस्था ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में किसी भी छात्र को जातिगत आधार पर भेदभाव का सामना न करना पड़े।
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