Shahjahanpur News : शहर में मौत को दावत देती जर्जर इमारतें, बेखबर नगर निगम
शाहजहांपुर शहर में जर्जर इमारतों की भरमार है। जिसमें कई पुराने भवन ऐसे हैं, जो आज भी लोगों के सिर पर मौत बनकर लटक रही है। मगर जिम्मेदार महकमा अब तक गहरी नींद में है।
गांधी भवन का द्वार जर्जर, तारों वाला बाग की लालकोठी हादसे को दे रही दावत, बीएसएनएल बिल्डिंग से गिर रहा प्लास्टर
दिल्ली में जर्जर इमारत गिरने से 11 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद अब शाहजहांपुर में भी खतरे की घंटी बजने लगी है। यहां भी कई पुराने भवन ऐसे हैं, जो कभी भी धराशायी हो सकते हैं। निगम रिकॉर्ड चाहे जो भी कहे, जमीनी हकीकत बेहद डरावनी है। शहर की कई इमारतें लोगों के सिर पर मौत बनकर मंडरा रही हैं, लेकिन जिम्मेदार महकमा अभी तक नींद से नहीं जागा है।
गांधी भवन का द्वार किसी हादसे का इंतजार कर रहा
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शहर के हृदयस्थल पर स्थित ऐतिहासिक गांधी भवन का मुख्य द्वार बुरी तरह जर्जर हो चुका है। दरवाजे की दीवारों में चौड़ी दरारें पड़ चुकी हैं और प्लास्टर जगह-जगह से झड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद अब तक मरम्मत नहीं कराई गई है। यदि जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
तारों वाला बाग गली में 'लालकोठी
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तारों वाला बाग गली स्थित लालकोठी का आधा हिस्सा पहले ही बुरी तरह जर्जर हो चुका है। बीते वर्ष बरसात के दौरान इसकी पिछली दीवार भरभरा कर गिर गई थी। गनीमत रही कि उस वक्त कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। गली संकरी है, आसपास घनी आबादी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर लालकोठी अचानक गिरती है तो कई मकान उसकी चपेट में आ सकते हैं।
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
झंडा कलां में बीएसएनएल बिल्डिंग भी खतरे में
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भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की झंडा कलां स्थित बिल्डिंग भी जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल से प्लास्टर लगातार गिर रहा है। कई बार दफ्तर में काम करने वाले को इसकी चपेट में आने से बचना पड़ा है। हैरानी की बात यह है कि सरकारी विभाग की इमारत होते हुए भी मरम्मत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
तारीन बहादुरगंज और झंडा कला क्षेत्र में भी कई पुरानी इमारतें किसी हादसे को दावत दे रही हैं। वहीं घंटाघर रोड स्थित खलीक सरकी की इमारत में बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं और प्लास्टर जगह-जगह से उखड़ चुका है। लोग अपनी जान जोखिम में डालकर इन इमारतों में रह और काम कर रहे हैं।
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
घंटाघर रोड और बहादुरगंज में भी कई इमारतें जर्जर
घंटाघर रोड के खलीक सरकी क्षेत्र में भी एक पुरानी इमारत बुरी तरह जर्जर है। दीवारों में दरारें साफ दिखाई देती हैं और कभी भी गिरने का खतरा है। वहीं तारीन बहादुरगंज और झंडा कला इलाकों में भी कई जर्जर इमारतें जानलेवा बन चुकी हैं। इन इलाकों में लोग हर दिन दहशत में जी रहे हैं
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
लोग बोले: हर पल डर के साये में जी रहे हैं
जो तारों वाला बाग इलाके में रहते हैं, वो कहते हैं, हर बरसात में डर लगता है कि अब इमारत गिर जाएगी। शिकायतें तो खूब हुईं, मगर कोई सुनवाई नहीं। दुकानदारों का कहना है, बारिश और आंधी में दुकान पर खड़े रहना जान से खेलने जैसा हो जाता है। नगर निगम को जल्द से जल्द कुछ करना चाहिए।
यदि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो शाहजहांपुर में भी दिल्ली जैसी कोई दर्दनाक घटना घट सकती है। अब वक्त है चेतने का, वरना बाद में पछताने के सिवाय कुछ नहीं बचेगा।