शाहजहांपुर कारागार में गूंजा नशा मुक्ति का संकल्प, मिजाजी लाल की मौजूदगी में बंदियों ने ली शपथ
शाहजहांपुर जिला कारागार में 'अभियान कौशल का' के तहत प्रशिक्षिका पिंकी सिंह ने बंदियों को नशे के दुष्प्रभाव बताए और नशा छोड़ने की शपत दिलाई। वरिष्ट जेल अधीक्षक मिजाजी लाल की मौजूदगी में बंदियों ने का संकल्प लिया।
शपथ लेते शाहजहांपुर जिला कारागार के बंदी Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
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शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । देशभर में नशा मुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान कौशल का के अंतर्गत मंगलवार को जिला कारागार शाहजहांपुर में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य प्रशिक्षिका पिंकी सिंह जो फरीदाबाद (हरियाणा) से विशेष रूप से शाहजहांपुर पहुंची। जिसमें उन्होंने बंदियों और जेल स्टाफ को नशा से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
पिंकी सिंह ने बताया कि नशा न केवल एक व्यक्ति की आर्थिक और शारीरिक स्थिति को कमजोर करता है बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति में भी बाधक बनता है। उन्होंने कहा कि जब देश की युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आ जाती है तो वह समाज पर बोझ बन जाती है जबकि वही युवा यदि नशे से दूर रहें तो देश की तरक्की में अहम भूमिका निभा सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान पिंकी सिंह ने बंदियों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया और सभी को एक विशेष प्रतिज्ञा दिलाई कि जेल से छूटने के बाद वे न केवल स्वयं नशे से दूर रहेंगे बल्कि कम से कम एक अन्य व्यक्ति को भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
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उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि किस तरह नशे की लत ने हजारों युवाओं का जीवन बर्बाद किया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि नशा छोड़ने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति, सही दिशा और सकारात्मक सोच जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान पिंकी सिंह ने सभी बंदियों को नशा त्यागने की शपथ दिलाई। बंदियों ने संकल्प लिया कि वे न केवल खुद नशे से दूर रहेंगे बल्कि बाहर जाकर कम से कम एक व्यक्ति को नशा छोड़वाने के लिए प्रेरित करेंगे।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजीलाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रयास बंदियों के जीवन में बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने प्रशिक्षिका पिंकी सिंह का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनका प्रयास सराहनीय है और इससे जेल में सकारात्मक वातावरण तैयार हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी बंदियों ने प्रशिक्षिका की बातों को गंभीरता से सुना और भविष्य में कभी नशा न करने का संकल्प लिया है। जेल प्रशासन ने भविष्य में भी इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम जारी रखने की बात कही। अभियान कौशल का एक राष्ट्रव्यापी बहुआयामी नशा मुक्ति अभियान है जो केंद्रीय मंत्री श्री कौशल किशोर के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत पूरे देश में मैराथन, पदयात्रा, प्रशिक्षण शिविर, स्कूल-कॉलेजों व जेलों में जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह पहल समाज में एक नई चेतना और जागरूकता लाने की दिशा में मजबूत कदम साबित हो रही है। जिला कारागार में हुआ यह आयोजन इसी कड़ी का अहम हिस्सा रहा।