नारी सशक्तिकरण : 14 साल की उम्र में कर्तव्य पथ से बढ़ाया प्रदेश का गौरव, गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रपति को किया सैल्यूट
केएफएल एजीएम पंकज दुबे व समाजसेवी रेखा शर्मा की बेटी ने कर्तव्यपथ पर मार्चपास्ट कर जिले को गौरवान्वित किया है। केएफ स्कूल से कक्षा आठ के बाद ओमांशी ने बिड़ला विद्यापीठ पिलानी में प्रवेश लिया। NCC कैडेट के रूप में वह गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनी।
अपनी माँ रेखा शर्मा के क साथ OMANSHI Photograph: (स्वयं )
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14 साल की ओमांशी दुबे ने कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में मार्चपास्ट कर नारी सशक्तिकरण का परचम लहराने के साथ जनपद को गौरवान्वित किया है। इकलौती बेटी की इस उपलब्धि के साक्षी बने उनके माता पिता। उन्होंने गणतंत्र दिवस समारोह में प्रतिभाग कर बेटी को कदम ताल के साथ यूफोनियम बजाते देखा।
जनपद के कृभको नगर निवासी ओमांशी दुबे, कृभको फर्टिलाइजर लिमिटेड पिपरौला में सहायक महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत पंकज दुबे एवं समाजसेविका रेखा शर्मा की सुपुत्री हैं । सीधी एवं सरल व्यक्तित्व की धनी ओमांशी दुबे बचपन से ही स्कूल की अनेक गतिविधियों में प्रतिभाग करती रही हैं । जहाँ एक ओर बच्चे अत्याधुनिक तचकाचौंध व इंटरनेट मीडिया आदि पर पोस्ट डालकर जन्मदिन मनाते हैं, वहीं ओमांशी ने अपने जन्मदिन पर विद्यालय में प्रतिवर्ष अपनी उम्र की संख्या के बराबर पौधे रोपित कर अनोखे अंदाज में जन्मदिन मनाने की परंपरा शुरू की। मां के साथ गौसेवा को भी जीवन शैली का हिस्सा बनाया।
गणतंत्र दिवस परेड क बाद माता पिता के साथ OMANSHI Photograph: (स्वयं )
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ओमांशी दुबे ने गतवर्ष ही कक्षा आठ की परीक्षा पास की। इसके बाद बिड़ला बालिका विद्यापीठ पिलानी झुंझुनूं राजस्थान में प्रवेश लिया। वर्तमान में वह कक्षा 9 की छात्रा व NCC कैडेड भी हैं । बिड़ला बालिका विद्याठ का बैंड प्रतिवर्ष कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में हिस्सा लेता है । यहीं पर ओमांशी को पूरे एक साल की कड़ी मेहनत से गुजरने के बाद इस परेड के लिए चुना गया।
अपनी माँ रेखा शर्मा के क साथ OMANSHI Photograph: (स्वयं )
ओमांशी को बचपन से ही संगीत में रुचि हैं। वह यूफोनियम को भी बजाती है। एनसीसी कैडेट के रूप में भी उन्होंने प्रतिभा प्रदर्शन कर सभी को प्रभावित किया, नतीजतन ओमांशी को एनसीसी परेड के लिए चुन लिया गया। 26 जनवरी को परेड व 27 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रतिभाग किया।
आईएएस बनना चाहती है ओमांशी
यूफोरियम् के साथ omanshi Photograph: (स्वजन )
कक्षा 9 की छात्रा ने 14 साल की उम्र में ही बड़े सपने देखने शुरू कर दिए हैं। OMASHI ने आईएएस बन देश सेवा का सपना सँजोया है। OMANSHI ने यंग भारत न्यूज से दूरभाष पर बातचीत में कहा की खुद की पहचान बनाने की अभिलाषा थी, जो पूर्ण हुई। बेटी की उपलब्धि से माता-पिता भी बेहद खुश हैं।
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