नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत इन दिनों इंग्लैंड में अपने प्रदर्शन से हर किसी की नजरों में छा गए हैं। टेस्ट सीरीज के पहले ही मुकाबले में उन्होंने दोनों पारियों में शतक जड़कर क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। पंत ने पहली पारी में 134 और दूसरी में 118 रन बनाए, जो किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़ी उपलब्धि है। इस प्रदर्शन के बाद वे उन चुनिंदा भारतीय क्रिकेटरों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाया है। हालांकि, टीम इंडिया को यह मैच हारना पड़ा, लेकिन पंत की बल्लेबाजी को सभी ने सराहा। सिवाय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर के।
गौतम गंभीर का अजीब रिएक्शन
लीड्स टेस्ट के बाद जब कोच गौतम गंभीर से ऋषभ पंत की पारी पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने जवाब टालते हुए कहा कि भारतीय टीम की तरफ से इस मैच में तीन और शतक लगे हैं, उन्हें भी महत्व दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "मुझे अच्छा लगता अगर आप कहते कि यशस्वी ने शतक बनाया, शुभमन ने कप्तान के रूप में शतक जड़ा, केएल राहुल का भी शतक आया, और ऋषभ पंत ने दो शतक जड़े। ये हमारे लिए अच्छी शुरुआत है। आपका सवाल और बेहतर हो सकता था।” गंभीर के इस रवैये ने कई फैंस और विशेषज्ञों को चौंका दिया।
अजय जडेजा का खुलासा
पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा ने इस पर एक दिलचस्प पुराना किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि जब वह कुछ समय के लिए दिल्ली की रणजी टीम के कोच बने थे, तब टीम चयन को लेकर विवाद हुआ था। पंत को उस समय नजरअंदाज किया गया था, जबकि उन्होंने किसी को देखा तक नहीं था। जडेजा ने कहा, “मैंने पंत से कहा कि सलेक्शन नहीं हुआ, कोई बात नहीं, रणजी की प्रैक्टिस में आ जाना। इस पर पंत ने जवाब दिया कि भैया, जब उन्हें मेरी जरूरत होगी तो वो मुझे खुद घर से बुला लेंगे।” आज वही ऋषभ पंत भारत के लिए इतिहास रच चुके हैं, और उनके इस आत्मविश्वास ने उन्हें वहां पहुंचाया जहां हर क्रिकेटर पहुंचना चाहता है।
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