नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स।भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल कर लिया गया है। सोमवार (9 जून) को लंदन में हुए एक खास समारोह में धोनी को इस सम्मान से नवाजा गया। धोनी उन 7 खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें इस साल ICC हॉल ऑफ फेम में जगह मिली है। इस लिस्ट में पांच पुरुष और दो महिला खिलाड़ी शामिल हैं। धोनी से पहले भारत के 10 खिलाड़ी इस सम्मान को पा चुके हैं। धोनी भारत के 11वें और पुरुषों में 9वें क्रिकेटर हैं जिन्हें हॉल ऑफ फेम में जगह मिली है।
कप्तान धोनी ने दिलाए भारत को बड़े खिताब
महेंद्र सिंह धोनी ने 2004 में भारतीय टीम के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था। 2007 में जब पहली बार टी20 वर्ल्ड कप खेला गया तो धोनी ही कप्तान थे और भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था। इसके बाद 2011 में 50 ओवर का वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी भी धोनी की कप्तानी में भारत के नाम रहा। इतना ही नहीं, 2009 में उनकी कप्तानी में भारत टेस्ट रैंकिंग में भी नंबर-1 बना।
धोनी ने अपने करियर में कुल 350 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 10,773 रन बनाए। इसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट में धोनी ने 90 मैच खेले और 4876 रन बनाए। इस फॉर्मेट में उनके नाम 6 शतक हैं। विकेटकीपर के तौर पर उन्होंने तीनों फॉर्मेट में 829 शिकार किए। टी20 में धोनी ने भारत के लिए 98 मैचों में 1617 रन बनाए।
2020 में क्रिकेट को कह दिया अलविदा
धोनी ने 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला और फिर अगस्त 2020 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया।आईसीसी का कहना है कि हॉल ऑफ फेम उन दिग्गजों को सम्मानित करने का मंच है, जिन्होंने खेल में अपनी छाप छोड़ी है और क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
धोनी के साथ इन दिग्गजों को भी मिली जगह
धोनी के अलावा इस बार हॉल ऑफ फेम में ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, साउथ अफ्रीका के ग्रेम स्मिथ और हाशिम अमला, न्यूजीलैंड के डेनियल वेट्टोरी और पाकिस्तान महिला टीम की पूर्व कप्तान सना मीर को भी शामिल किया गया है।
भारत से अब तक ये खिलाड़ी हुए शामिल
धोनी से पहले जिन 10 भारतीय खिलाड़ियों को हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया, उनके नाम इस प्रकार हैं—
- कपिल देव (2009)
- सुनील गावस्कर (2009)
- बिशन सिंह बेदी (2009)
- अनिल कुंबले (2015)
- राहुल द्रविड़ (2018)
- सचिन तेंदुलकर (2019)
- वीनू मांकड़ (2021)
- डायना इडुल्जी (2023)
- वीरेंद्र सहवाग (2023)
- नीतू डेविड (2024)
धोनी ने बदल दी भारतीय क्रिकेट की तस्वीर
धोनी का करियर सिर्फ आंकड़ों में ही नहीं, बल्कि उनकी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट का चेहरा ही बदल गया। 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ 148 रन की पारी से उन्होंने खुद को साबित किया। फिर जयपुर में श्रीलंका के खिलाफ 183 रन* की पारी आज भी वनडे में विकेटकीपर का सबसे बड़ा स्कोर है। धोनी की कप्तानी में भारत ने पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीता। युवा खिलाड़ियों को मौका दिया और भारत को वनडे-टेस्ट दोनों में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
दिसंबर 2009 में भारत पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 बना।
टेस्ट में धोनी का अंदाज आक्रामक था। फैसलाबाद टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ 148 रन, लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 76 रन* और चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 224 रन- ये पारियां आज भी याद की जाती हैं। 2014 में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया, लेकिन भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान हमेशा अमिट रहेगा।