/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/29/eng-vs-eng-oval-test-1-2025-07-29-14-59-37.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स।भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मैच लंदन के ओवल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। यह मैच 31 जुलाई से खेला जाएगा। भारत और इंग्लैंड की टीमें इस मुकाबले के लिए लंदन पहुंच गईं हैं। भारत ने यहां 15 टेस्ट खेले और महज 2 जीते। हालांकि, पिछली जीत 2021 में ही मिली थी। अगर टीम ओवल टेस्ट जीत जाती है, तो सीरीज 2-2 बराबर हो जाएगी। वहीं, अगर ये मैच हार जाती है, तो यह सीरीज भी गंवा देगी।
ओवल में भारत ने जीते सिर्फ दो टेस्ट
भारत ने लंदन के द ओवल स्टेडियम में अपना पहला टेस्ट मैच 1936 में खेला था, जिसमें उसे 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मैदान पर भारत को पहली जीत के लिए 35 साल इंतजार करना पड़ा। 1971 में अजीत वाडेकर की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को 4 विकेट से हराया। इसके बाद भारत ने ओवल में कुल 14 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से 2 में जीत हासिल की, 5 में हार का सामना किया और 7 मुकाबले ड्रॉ रहे। 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने इस मैदान पर दूसरी जीत दर्ज की, जब टीम ने इंग्लैंड को 157 रन से हराया।
ओवल स्टेडियम में इंग्लैंड ने जीते 43% टेस्ट
इंग्लैंड ने अब तक लंदन के ओवल स्टेडियम में 106 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 45 में उसे जीत मिली है, यानी जीत का प्रतिशत करीब 43% है। टीम को 24 मैचों में हार का सामना करना पड़ा, जबकि 37 मुकाबले ड्रॉ रहे। दिलचस्प बात यह है कि इंग्लैंड इस मैदान पर न्यूनतम 52 रन पर भी ऑलआउट हो चुकी है, जो 1948 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ था। भारत के खिलाफ 1971 में इंग्लैंड की टीम 101 रन पर सिमट गई थी।
द ओवल में पहले बैटिंग करने वाली टीमों ने जीते 37% टेस्ट मैच
अब तक द ओवल स्टेडियम में कुल 107 टेस्ट मुकाबले खेले गए हैं। इनमें से 40 मैच (लगभग 37%) पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने जीते हैं, जबकि 30 मुकाबले पहले गेंदबाज़ी करने वाली टीमों के नाम रहे। 37 टेस्ट ड्रॉ पर खत्म हुए हैं। खास बात यह है कि 2011 के बाद से यहां खेले गए 14 टेस्ट में सिर्फ एक ही ड्रॉ हुआ है। इन मैचों में 8 बार पहले बैटिंग करने वाली और 5 बार पहले गेंदबाजी करने वाली टीमों ने जीत हासिल की है। इन आंकड़ों को देखते हुए, टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी को प्राथमिकता दे सकती है।
ind vs eng | Tendulkar–Anderson Trophy