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वडोदरा, वाईबीएन नेटवर्क।
इस साल का रणजी ट्रॉफी लगातार चर्चा का विषय बना रहा है। बड़े-बड़े सितारों के रणजी खेलने से लेकर कई बड़े नामों के खराब प्रदर्शन तक, सभी चीजों ने खूब दर्शकों का ध्यान बटोरा। मगर अब एक अन्य मुकाबले ने सबका ध्यान खींच लिया है और इसकी वजह फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोप हैं। जम्मू-कश्मीर और बड़ौदा के बीच खेले जा रहे मुकाबले में ये विवाद सामने आया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर की टीम ने बड़ौदा पर पिच फिक्सिंग का आरोप लगाया है, जिसके चलते तीसरे दिन का खेल काफी देर तक रुका रहा।
जम्मू-कश्मीर ने लगाया पिच से छेड़छाड़ का आरोप
वडोदरा में खेले जा रहे एलीट ग्रुप ए के इस मुकाबले के तीसरे दिन ये विवाद सामने आया, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। जम्मू-कश्मीर को अपनी दूसरी पारी 125 रन से आगे के स्कोर से आगे बढ़ानी थी लेकिन तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले बवाल मच गया। जम्मू-कश्मीर की टीम ने आरोप लगा दिया कि मेजबान बड़ौदा ने रातों-रात पिच में छेड़खानी करते हुए इसे अपने मन मुताबिक बना दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार यह घटना बीते शनिवार की है जब जम्मू एंड कश्मीर के कोच अजय शर्मा ने पाया कि पिच का रंग पहले 2 दिन की तुलना में बदला हुआ है। उनका आरोप था कि दूसरे दिन का खेल खत्म होने के वक्त पिच का जैसा रंग था, वो तीसरे दिन बिल्कुल बदला हुआ नजर आया। ऐसे में मेहमान टीम ने क्रुणाल पंड्या की कप्तानी वाली बड़ौदा की टीम पर पिच फिक्सिंग का आरोप लगा दिया और मैदान पर उतरने से इनकार कर दिया। इस संबंध में टीम ने शिकायत भी दर्ज कराई है, लेकिन बड़ौदा मैनेजमेंट ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया है।
डेढ़ घंटे की देरी से शुरू हुआ मुकाबला
जम्मू-कश्मीर के कोच अजय शर्मा ने इस आरोप के साथ अपनी शिकायत मैच के दोनों अंपायर और रेफरी से की। फिर काफी देर की चर्चा और समझाने के बाद आखिरकार डेढ़ घंटे की देरी से मुकाबला दोबारा शुरू हो सका। जहां तक पिच के रंग बदलने की बात है तो इसकी वजह पिच की नमी को बताया जा रहा है।
सभी आरोप निराधार
एक रिपोर्ट के हवाले से पता चला है कि बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के एक अधिकारी ने कहा है कि, "जम्मू-कश्मीर के कोच द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। मैदान गीला था और ठंडे मौसम के कारण पिच में नमी और घास भी गीली थी। अंपायर का भी ऐसा ही मानना था। जिसने भी क्रिकेट खेला है, वह समझता है कि ठंडे मौसम में पिच में नमी होती है, इसलिए वह सूखने में ज्यादा समय लेती है।" इस अधिकारी ने आगे यह भी कहा कि कभी-कभी मैच शुरू होने में देरी हो जाती है, लेकिन इसे पिच-फिक्सिंग कहना और इसके लिए एसोसिएशन पर आरोप लगाना कतई स्वीकार्य नहीं है। हम इस मामले की शिकायत BCCI से करेंगे।
बड़ौदा के लिए जीत जरूरी
वैसे तो ये मैच दोनों टीमों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जहां ये जीत सुनिश्चित कर सकती है कि जम्मू कश्मीर अपने ग्रुप में टेबल के टॉप पर बनी रहेगी। मगर बड़ौदा को क्वार्टरफाइनल में जाने के लिए इस जीत की सख्त जरूरत है।