नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स। 'एज इज जस्ट आ नम्बर'... यह कहावत यूं ही नहीं कही गई है। जीवन का कोई भी पड़ाव हो,अगर आपके अंदर जोश और जुनून है, तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। हाल ही में पुर्तगाल की एक क्रिकेटर जोआना चाइल्ड ने 64 साल की उम्र में इटनेशनल क्रिकेट में डेब्यू कर तहलका मचा दिया है। उन्होंने नॉर्वे के खिलाफ तीन मैचों की टी20आई क्रिकेट सीरीज से डेब्यू किया है। वह सबसे उम्रदराज टी20आई क्रिकेट में डेब्यू करने वाली दूसरी खिलाड़ी बन गईं।
64 साल की उम्र में डेब्यू कर रचा इतिहास
जोआना चाइल्ड से आगे जिब्राल्टर की सैली बार्टन हैं, जिन्होंने 66 साल और 334 दिन की उम्र में डेब्यू किया था। चाइल्ड ने फ़ॉकलैंड द्वीप के एंड्रयू ब्राउनली और केमैन के मैली मूर जैसे पिछले रिकॉर्ड धारकों को पीछे छोड़ दिया। चाइल्ड ने सीरीज में पहले टी20आई मैच में दो रन बनाए। बाद के मैचों में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। उन्हें दूसरा मैच में गेंदबाजी का मौका मिला, जहां उन्होंने चार गेंदें फेंकी और बिना कोई विकेट लिए 11 रन दिए।
सैली बार्टन ने 66 साल की उम्र में किया था डेब्यू
पुर्तगाल की टीम की कप्तान सारा फू-रलैंड, जिनकी उम्र 44 साल है, ने चाइल्ड की प्रशंसा करते हुए उन्हें 'देश के कई क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा' बताया। पुर्तगाली टीम में उम्र की विविधता देखने को मिली। 15 साल की इशरीत चीमा, और 16 साल की मरियम वसीम और अफशीन अहमद जैसे तीन किशोर खिलाड़ियों ने चाइल्ड के साथ खेला। पुर्तगाल और नॉर्वे के बीच की सीरीज काफी रोमांचक रही। जोआना चाइल्ड ने क्रिकेट की दुनिया में एक नया मुकाम हासिल किया है। 64 साल की उम्र में उन्होंने टी20आई क्रिकेट में डेब्यू किया है। उन्होंने नॉर्वे के खिलाफ खेलते हुए यह उपलब्धि हासिल की। वह सबसे उम्रदराज महिला क्रिकेटर हैं, जिन्होंने इस फॉर्मेट में डेब्यू किया है। उनसे पहले सैली बार्टन ने 66 साल की उम्र में डेब्यू किया था।
धोनी से 21 साल बड़ी खिलाड़ी
दिलचस्प बात यह है कि जोआना चाइल्ड भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी से 21 साल बड़ी हैं, फिर भी उन्होंने अब जाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। यह इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि खेल की दुनिया में कुछ भी संभव है।