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नई दिल्ली, आईएएनएस। पूर्व भारतीय क्रिकेटर संदीप पाटिल ने बतौर खिलाड़ी जितनी लोकप्रियता हासिल की, उतना ही कोच के रूप में भी नाम कमाया। बतौर कोच संदीप पाटिल ने केन्या को वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचाया है। संदीप पाटिल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कोचिंग की दुनिया में सक्रिय रहे हैं। पाटिल 14 नवंबर 1996 को केन्या के कोच बने थे। शानदार प्रदर्शन के चलते उनके कार्यकाल को बढ़ाकर वनडे विश्व कप 2003 तक किया गया।
सेमीफाइनल में भारत से मिली हार
केन्या क्रिकेट टीम ने उनकी कोचिंग में शानदार प्रदर्शन किया था। 2003 वनडे विश्व कप, जो साउथ अफ्रीका में खेला गया, उसमें केन्या ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया और अपने क्रिकेट इतिहास में अब तक का एकमात्र सेमीफाइनल खेला। हालांकि, टीम को भारत के खिलाफ इस मैच में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन, केन्या जैसी कमजोर टीम का सेमीफाइनल तक पहुंचना ही एक बड़ी उपलब्धि थी। इसमें संदीप पाटिल की कोच के रूप में भूमिका सराहनीय रही। 2003 के बाद उन्होंने केन्या टीम के कोच का पद छोड़ दिया था।
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संदीप पाटिल का क्रिकेट करियर
18 अगस्त 1956 को मुंबई में जन्मे संदीप पाटिल दाएं हाथ के बल्लेबाज और मध्यम गति के तेज गेंदबाज थे। भारत के लिए उन्होंने 15 जनवरी 1980 को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया था। उनका वनडे डेब्यू 6 दिसंबर 1980 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ था। संदीप पाटिल ने 29 टेस्ट में 4 शतक और 7 अर्धशतक लगाते हुए 1,588 रन बनाए और 9 विकेट लिए। वहीं, 45 वनडे में 9 अर्धशतक लगाते हुए 1,005 रन बनाए और 15 विकेट अपने नाम किए।
वर्ल्डकप सेमीफाइनल में खेली 32 रनों की अहम पारी
संदीप पाटिल 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। सेमीफाइनल में भारत की इंग्लैंड के खिलाफ जीत में उनकी 32 रन की पारी बेहद अहम रही थी। वह भारत-ए टीम के भी कोच रहे। पाटिल 27 सितंबर 2012 से सितंबर 2016 तक बीसीसीआई चयन समिति के अध्यक्ष रहे थे। उसी दौर में भारत ने 2013 का चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीता था।