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नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के मैच को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है। कई पूर्व खिलाड़ी और राजनेता इस बात के पक्ष में हैं कि भारत पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेले। अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या भारत एशिया कप में पाकिस्तान का बायकॉट करेगा? लेकिन ऐसा हो भी सकता है क्योंकि टीम इंडिया ने साल 1986 में श्रीलंका की वजह से एशिया कप में भाग नहीं लिया था।
टूर्नामेंट में भाग नहीं लेने का ये था कारण
साल 1986 में श्रीलंका में आयोजित एशिया कप के दूसरे संस्करण से भारत ने सुरक्षा कारणों के चलते हिस्सा नहीं लिया। उस समय श्रीलंका में सरकार और लिट्टे (LTTE) के बीच गृहयुद्ध जारी था। हालात को देखते हुए भारत सरकार ने बीसीसीआई को टूर्नामेंट से दूर रहने का निर्देश दिया। इसके बाद यह टूर्नामेंट केवल श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेला गया।
श्रीलंका की मेजबानी में खेला गया टूर्नामेंट
एशिया कप 1986 का टूर्नामेंट श्रीलंका की मेजबानी में खेला गया था। इसमें बांग्लादेश और पाकिस्तान ने भाग लिया था। टूर्नामेंट में कुल 4 मैच खेले गए। इस आयोजन का पहला मैच पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया। उस समय इस टूर्नामेंट के सभी मैच 45 ओवर में खेले गए। श्रीलंका के कप्तान दलीप मेंडिस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पाकिस्तान ने निर्धारित ओवर में 197 रन बनाए। मोहसिन खान ने 39 और कप्तान इमरान खान ने 21 रनों की पारी खेली। इसके जवाब में श्रीलंका की टीम 116 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। इसके बाद टूर्नामेंट के दूसरे मैच में पाकिस्तान ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हराया।
श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेला गया फाइनल
दूसरे एशिया कप का फाइनल श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच 6 अप्रैल को कोलंबो में खेला गया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 45 ओवर में नौ विकेट के नुकसान पर 191 रन बनाए। टीम की तरफ से जावेद मियांदाद ने सर्वाधिक 67 रनों की पारी खेली। तेज गेंदबाज कौशिक अमलीन ने 4 विकेट लिए। इसके जवाब में श्रीलंका ने 5 विकेट खोकर ये लक्ष्य हासिल कर लिया। इस तरह श्रीलंका एशिया कप के दूसरे संस्करण का विजेता बना।
asia cup 2025