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नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स। 1990 में टीम इंडिया तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने इंग्लैंड दौरे पर गई। सीरीज का दूसरा मैच 9 अगस्त से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड स्टेडियम में खेला गया। मैनचेस्टर का ये वहीं मैदान है, जहां पर टीम इंडिया को अभी तक एक भी जीत नसीब नहीं हुई है। इसी मैदान पर महान बल्लेबाज और 'क्रिकेट के भगवान' ने एक ऐसी पारी खेली, जो आज भी याद की जाती है। उन्होंने 119 रनों की जुझारु पारी खेली और भारत को एक बड़ी हार से बचा लिया। सचिन को आउट करने में इंग्लैंड के गेंदबाजों के पसीने छूट गए। सचिन को इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड मिला। सीरीज का ये दूसरा मैच ड्रॉ हो गया।
इंग्लैंड ने पहली पारी में बनाए 519 रन
ओल्ड ट्रेफर्ड के इस मैदान पर इंग्लिश कप्तान ग्राहम गूच ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इंग्लैंड ने पहली पारी में 519 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा। टीम की तरफ से तीन बल्लेबाजों ग्राहम गूच, माइक और रॉबिन ने शतकीय पारी खेली। भारत की तरफ से नरेंद्र हीरवानी ने 4, जबकि अनिल कुम्बले ने 3 विकेट लिए। पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 432 रनों का स्कोर खड़ा किया। मोहम्मद अजरुद्दीन ने 179 रनों की कप्तानी पारी। उनके अलावा संजय मांजरेकर ने 93 और सचिन तेंदुलकर ने 68 रनों का योगदान दिया। मैच के चौथे दिन दूसरी पारी की शुरुआत करने आई इंग्लैंड के पास 87 रनों की बढ़त थी। दिन का खेल खत्म होने तक टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 290 रन बना लिए। 14 अगस्त की सुबह इंग्लैंड की टीम जीत के मंसूबे से मैदान पर उतरी और जल्द ही 30 रन जोड़कर पारी घोषित कर दी।
ग्रेट सचिन के सामने बेबस नजर आए गेंदबाज
इंग्लिश टीम ने भारत के सामने जीत के लिए 408 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा। मैनचेस्टर की पिच पर चौथी पारी में बैटिंग करना चुनौतीपूर्ण रहता है। इंग्लैंड कप्तान पूरा भरोसा था कि वे ये मैच जीत जाएंगे। भारत की तरफ से रवि शास्त्री और नवजोत सिंह सिद्धू मैदान पर उतरे। टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही। भारत का पहला विकेट 4 रन के स्कोर पर ही गिर गया। सिद्धू बिना खाता खोले ही पवैलियन लौट गए। 183 रन तक आते- आते भारत के छह बल्लेबाज आउट हो चुके थे। इंग्लैंड की टीम को जीत नजर आने लगी थी। फिर छठे नम्बर पर बल्लेबाजी करने आए सचिन तेंदुलकर। उन्होंने मनोज प्रभाकर के साथ के 160 रनों की साझेदारी की और इंग्लैंड के सपने पर पानी फेर दिया। सचिन ने 119 और मनोज ने 67 रनों की पारी खेली। इंग्लैंड के धरंधर गेंदबाज डेवॉन मैलकम, इडी हेमिंग्स बेबस नजर आए। सचिन ने लगभग चार घंटे मैदान पर बिताए। इस तरह उन्होंने भारत को एक बड़ी हार से बचा लिया।
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