नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स।टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के विरुद्ध शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने लीड्स टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाकर इतिहास रच दिया। वे जिम्मबाब्वे के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एंडी फ्लावार के बाद ऐसा करने वाले दूसरे विकेटकीपर बन गए हैं। इस मैच की पहली पारी में शतक लगाने के बाद पंत का समरसॉल्ट सेलीब्रेशन चर्चा में रहा। लेकिन ऐसा करने पर ऋषभ पंत के डॉक्टर ने उन्हें कड़ी चेतावनी दी है।
डॉक्टर ने ऋषभ को चेताया
ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 134 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने समरसॉल्ट सेलीब्रेशन किया। हालांकि दूसरी पारी में उन्होंने ऐसा नहीं किया। आईपीएल 2025 में भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ शतक लगाने के बाद पंत ने ऐसा सेलीब्रेशन किया था। अब ऋषभ पंत के इलाज करने वाले सर्जन डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने इस विकेटकीपर-बल्लेबाज को एक जरूरी चेतावनी दी है। उनका मानना है कि पंत को अपने सेलिब्रेशन स्टाइल को लेकर सतर्क रहना चाहिए। डॉ. पारदीवाला के अनुसार, ऐसे जश्न में की जाने वाली हरकतें घुटनों और कमर पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं। अगर इस तरह की मूवमेंट बार-बार की जाए, तो पहले से चोटिल हो चुके जोड़ों में फिर से समस्या आ सकती है। किसी भी गलत एंगल या खराब लैंडिंग से पूरे रिकवरी प्रोसेस को खतरा हो सकता है।
एक्सीडेंट में घायल हुए थे ऋषभ पंत
कार एक्सीडेंट में घायल होने के बाद ऋषभ पंत लंबे समय तक क्रिकेटिंग एक्टिविटी से दूर रहे। दिसंबर 2022 में हुए इस हादसे के बाद, पंत के घुटने के लिगामेंट की सर्जरी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने की थी। पारदीवाला मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में ऑर्थोपेडिक सर्जन के तौर पर कार्यरत हैं।
डॉक्टर ने ऋषभ पंत को बताया भाग्यशाली
डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने द टेलीग्राफ से बातचीत में बताया, "ऋषभ पंत ने बचपन में जिम्नास्टिक की ट्रेनिंग ली है, जिसकी वजह से वे फुर्तीले और लचीले हैं। उनकी 'कलाबाजी' एक परफेक्ट और अच्छी तरह से प्रैक्टिस की गई मूव है, लेकिन ऐसा करना जरूरी नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पंत बहुत ही भाग्यशाली थे कि वे उस गंभीर कार हादसे में जिंदा बच गए, क्योंकि इस तरह की दुर्घटनाओं में मौत का खतरा काफी ज्यादा होता है। पारदीवाला ने कहा, "ऋषभ पंत के जीवित बच जाने को मैं बड़ी खुशी मानता हूँ। जब कार पलटती है और आग लग जाती है, तो मृत्युदर बहुत ज्यादा होती है।"
अलग तरीके से सेलीब्रेट करने का किया इरादा
वहीं, ऋषभ पंत ने सोनी स्पोर्ट्स से बातचीत में बताया था कि जश्न मनाने के लिए उन्होंने तीन अलग-अलग तरीके सोचे थे। पंत ने कहा, "पहला तरीका था कि मैं बल्ले से ही अपनी बात रखूं। फिर मैंने सोचा कि क्यों न अपनी स्टाइल दिखाऊं। बचपन से मैं 'कलाबाजी' करता आ रहा हूँ क्योंकि मैंने स्कूल में जिम्नास्टिक सीखी है।"
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