Advertisment

Caste Census में बड़ा खुलासा, Telagana में पिछड़े वर्ग की आबादी 46% से ज्यादा

दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस ने तेलंगाना की जातिगत जनगणना के आकड़े सामने आ गए है। आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि तेलंगाना की आबादी में पिछड़े वर्ग की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। इस सर्वे में राज्य के लगभग 97 फीसदी लोगों को शामिल किया गया है।

author-image
Manish Tilokani
Telangana Caste Survey Reports
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

तेलंगाना, वाईबीएन नेटवर्क। 

Advertisment

तेलंगाना में पिछले साल हुई जातिगत जनगणना के आंकड़े सामने आ गए हैं। कांग्रेस शासित रेवंत रेड्डी सरकार द्वारा किए गए जातिगत सर्वे की रिपोर्ट में कुछ अहम तथ्य सामने आए हैं, जो बताते हैं कि राज्य की कुल 3.70 करोड़ की आबादी में सबसे ज्यादा ओबीसी वर्ग के लोग हैं। इनकी संख्या 46.25 प्रतिशत है। इसके अलावा SC-ST वर्ग व मुस्लिमों की जनसंख्या भी सामने आई है। जनसंख्या के प्रतिशत के संदर्भ में पिछड़ी जातियों के बाद अनुसूचित जाति (17.43 प्रतिशत), अनुसूचित जनजाति (10.45), मुसलमानों में पिछड़े वर्ग (10.08) और अन्य जातियां (13.31), मुसलमानों में पिछड़ी जातियां (2.48) हैं। 

यह भी पढ़ें: Delhi Election: प्रियंका का मोदी-केजरीवाल पर निशाना, कहा दोनों पूंजीपतियों के 'गुलाम'

विधानसभा के विशेष सत्र में रिपोर्ट की जाएगी पेश  

Advertisment

सर्वेक्षण करने वाले राज्य योजना विभाग ने रविवार को राज्य नागरिक आपूर्ति मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट उप-समिति को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। मंत्री ने कहा कि रिपोर्ट चार फरवरी को राज्य मंत्रिमंडल के समक्ष पेश की जाएगी। उसी दिन इसे बहस के लिए विधानसभा के विशेष सत्र में रखा जाएगा।  
यह भी पढ़ें: Delhi Election: फ्री में पैसे ले लेना, लेकिन सियाही मत लगवाना...वोटिंग से पहले चिंता में अरविंद केजरीवाल

किस वर्ग की कितनी आबादी?

संख्या के लिहाज से, अनुसूचित जातियों की जनसंख्या 61,84,319, अनुसूचित जनजातियों की 37,05,929, मुस्लिम अल्पसंख्यकों के अलावा पिछड़ी जातियों की जनसंख्या 1,64,09,179 है। वहीं, मुस्लिम अल्पसंख्यकों में पिछड़ी जातियों की जनसंख्या 35,76,588 है, मुस्लिम (ओसी) की जनसंख्या 8,80,424 है। रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि राज्य में कुल मुस्लिम प्रतिशत 12.56 है। राज्य में कुल मकानों की संख्या 1,15,78,457 है, जबकि सर्वेक्षण किए गए कुल मकानों की संख्या 1,12,15,134 है। तेलंगाना पिछड़े वर्ग की श्रेणी में पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण प्रदान करता है। रेड्डी ने रिपोर्ट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि सर्वेक्षण में 3,54,77,554 व्यक्तियों (जनसंख्या का 96.9 प्रतिशत) को शामिल किया गया।

Advertisment

यह भी पढ़ें: Delhi Election: पीएम मोदी ने 'आप' पर कसा तंज, बोले- झाड़ू के तिनके बिखर रहे हैं....

सर्वे में शामिल नहीं हुए 16 लाख लोग

रेवंत रेड्डी ने कहा कि 3.1 प्रतिशत आबादी (16 लाख) इस सर्वेक्षण से बाहर रह गई, क्योंकि वे या तो उपलब्ध नहीं थे या उन्होंने इसमें भाग लेने में रुचि नहीं दिखाई। मंत्री ने कहा, "रिपोर्ट तैयार करने की यह प्रक्रिया और रिपोर्ट तेलंगाना सरकार के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो देश के सामाजिक इतिहास में दर्ज हो जाएगी।" कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव के समय व्यापक सामाजिक-आर्थिक, रोजगार, राजनीतिक और जातिगत सर्वेक्षण कराने का वादा किया था। यह सर्वेक्षण छह नवंबर, 2024 से 50 दिनों में किया गया।

Advertisment

 

Advertisment
Advertisment