पटना, वाईबीएन संवाददाता ।
Bihar : भीमराव अंबेडकर जयंती के दिन जहां एक ओर राजनीतिक दल बाबा साहेब को श्रद्धांजलि देने की होड़ में दिखे, वहीं राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज इस मंच को एक सधी हुई राजनीतिक चेतावनी में बदल दिया। राजद कार्यालय से शुरू हुआ यह दिन राघोपुर तक जाते-जाते भाजपा और आरएसएस के खिलाफ तीखे राजनीतिक हमलों में तब्दील हो गया।
“आरक्षण चोर और संविधान विरोधी है भाजपा” – तेजस्वी का हमला
राजद कार्यालय में बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि अमित शाह ने संसद में जो कहा, सबने सुना है। भाजपा और आरएसएस ने हमेशा अंबेडकर के विचारों का विरोध किया है। आज ये श्रद्धांजलि दे रहे हैं, लेकिन असलियत सबको पता है।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि जब बिहार सरकार ने आरक्षण बढ़ाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा, तो भाजपा सरकार ने उसे नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने भाजपा पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि “ये आरक्षण चोर हैं, आरक्षण खोर हैं। दलितों, पिछड़ों और वंचितों के अधिकार छीनना इनकी फितरत है।
"ये सिर्फ चुनाव नहीं, संविधान की रक्षा की लड़ाई है"
तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन और भाजपा के बीच लड़ाई सिर्फ राजनीतिक नहीं है। यह लड़ाई उस विचारधारा के खिलाफ है जो संविधान को कमजोर करना चाहती है। जब कोई इनके विचारों से असहमत होता है, तो कहते हैं 'पाकिस्तान चले जाओ'। तेजस्वी का बयान साफ था—यह चुनाव बाबा साहेब के संविधान को बचाने की लड़ाई है, ना कि केवल सत्ता की अदला-बदली।
सम्राट चौधरी पर तंज – “भाजपा को खुद नहीं पता, सीएम कौन बनेगा”
जब मीडिया ने हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के उस बयान का ज़िक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में सम्राट चौधरी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा, तो तेजस्वी ने चुटकी ली कि भाजपा में खुद तय नहीं हो पा रहा कि सीएम चेहरा कौन होगा। आप लोग उनके नेताओं में झगड़ा मत लगाइए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “इस बार बिहार की जनता खटारा गाड़ी की सवारी नहीं करेगी, बल्कि महागठबंधन की नई गाड़ी पर सवार होगी।”
"संविधान पर हाथ लगाओगे तो जनता जवाब देगी"
जब उनसे ‘संविधान बचाओ’ आंदोलन पर सवाल किया गया, तो तेजस्वी का जवाब था कि बाबा साहेब के बनाए संविधान को कोई हाथ लगाकर तो देखे, जनता खुद जवाब देगी। संविधान सिर्फ कागज़ नहीं, यह जनता की आत्मा है।