एक घर जो कभी प्यार और विश्वास का प्रतीक था, आज चीखों और आंसुओं से भरा पड़ा है। इस घर की बहू, जिसे कभी लक्ष्मी का रूप माना जाता था, ने अपने ही भाई के साथ मिलकर अपनी वृद्ध सास और अपने पति पर अमानवीय अत्याचार किया है। यह कहानी उस बूढ़ी मां की है, जिसने अपने जीवन भर की कमाई और ममता अपने बच्चों पर न्योछावर कर दी, और बदले में उसे अपनी ही बहू के हाथों अपमान और पीड़ा मिली। यह कहानी उस पति की है, जिसने अपनी पत्नी को अपना जीवन साथी चुना था, सुख-दुख में साथ निभाने की कसमें खाई थीं, और बदले में उसे अपनी ही पत्नी और उसके भाई की क्रूरता का शिकार होना पड़ा।
महिला ने भाई के साथ मिलकर सास और पति को पीटा
मामला मध्य प्रदेश के शहर ग्वालियर में स्थित आदर्श कॉलोनी की है। जहां एक बहू ने अपने भाई के साथ मिलकर अपनी बुजुर्ग सास और पति के साथ जिस तरह की मारपीट की उसे सभी को हैरान कर दिया। बुजुर्ग सास को बेहरहमी से मारने का वीडियो वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया है। यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था का मामला बन गई है, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर विषय बन चुकी है। वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बहू और उसका भाई बुजुर्ग महिला और उसके बेटे (बहू के पति) को जमकर पीट रहे हैं। वीडियो में सास अपने बेटे को बचाने की कोशिश करती दिखाई देती हैं, लेकिन बहू सास को बालों से घसीटते हुए ले जाती है और बेरहमी से बुजुर्ग महिला की पिटाई करती है।
पत्नी के सामने बेवस नजर आया बेटा
उस बूढ़ी मां का बेटा, जो कभी इस घर का मजबूत स्तंभ था, आज अपनी ही पत्नी और उसके भाई के सामने असहाय खड़ा है। उसकी आंखों में अपनी पत्नी के प्रति प्यार और विश्वास के टूटने का दर्द साफ़ दिखाई दे रहा है। जिस स्त्री को उसने अपना जीवन समर्पित किया, जिसके साथ उसने भविष्य के सुंदर सपने देखे, वही आज उसके शरीर और आत्मा को छलनी कर रही है। वह अपनी बूढ़ी मां की रक्षा करना चाहता है, लेकिन अपनी पत्नी और उसके भाई की क्रूरता के आगे वह बेबस है। हर मार के साथ उसके हृदय पर एक गहरा घाव लगता है, जो शायद कभी नहीं भरेगा। और वह बहू... क्या उसके हृदय में जरा भी ममता या करुणा शेष नहीं बची थी? जिस घर में उसने कदम रखा, जिसने उसे प्यार और सम्मान दिया, उसी घर को उसने अपने क्रोध और हिंसा में बदल दिया? क्या रिश्तों की मर्यादा, पारिवारिक मूल्यों का उसके लिए कोई अर्थ नहीं था? उसका भाई जिसने एक पल भी यह नहीं सोचा कि वह एक बुजुर्ग महिला और अपने ही बहनोई पर हाथ उठा रहा है, क्या उसके अंदर इंसानियत का जरा भी अंश बाकी था?
पुलिस मामले की जांच में जुटी
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह वीडियो किसी बुरे सपने से कम नहीं है। बहू और उसका भाई जिस तरह से सास और पति पर लात-घूंसे बरसा रहे हैं, यह देखकर किसी भी इंसान का कलेजा फट जाएगा। बूढ़ी मां की दर्दनाक चीत्कारें, पति की बेबसी भरी निगाहें और बहू के चेहरे पर दिख रही क्रूरता... यह सब एक ऐसी भयावह तस्वीर पेश करते हैं, जो हमारे समाज में रिश्तों के खोखलेपन और मानवीय संवेदनाओं के पतन को दर्शाती है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन क्या सिर्फ कानूनी कार्रवाई इस गहरे ज़ख्म को भर पाएगी? क्या सिर्फ दोषियों को सजा देने से रिश्तों में घुली हुई नफरत और हिंसा की यह आग बुझ पाएगी? शायद नहीं। इस घटना की जड़ें कहीं गहरी हैं, जो हमारे समाज में बढ़ती असहिष्णुता, स्वार्थ और पारिवारिक विघटन की मानसिकता को दर्शाती हैं।