नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के मद्देनजर श्री महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र के 500 मीटर दायरे में अवैध निर्माणों को हटाने की मुहिम तेज हो गई है। बुधवार को एक बार फिर मंदिर के पास बेगमबाग कॉलोनी में उज्जैन विकास प्राधिकरण (UDA) की टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान चार अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया। इससे पहले 23 मई को इसी इलाके में तीन संपत्तियों पर बुलडोजर चला था। अब तक कुल सात अवैध निर्माणों को गिराया जा चुका है। कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार की असुविधा या विरोध न हो, इसके लिए क्षेत्र में 250 से अधिक पुलिस बल तैनात किया गया।
क्यों हटाया जा रहा है अतिक्रमण?
बेगमबाग कॉलोनी
श्री महाकाल मंदिर से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित है और यही इलाका मंदिर पहुंचने के मुख्य मार्ग का हिस्सा भी है। सिंहस्थ मेले के मद्देनजर यहां सड़क चौड़ीकरण, पुल निर्माण और अन्य आधारभूत विकास कार्य प्रस्तावित हैं। इसी के तहत उज्जैन विकास प्राधिकरण ने इस क्षेत्र में स्थित 28 मकानों और दुकानों को अतिक्रमण की श्रेणी में चिन्हित किया है। प्राधिकरण का कहना है कि इन संपत्ति स्वामियों ने नियमों और लीज शर्तों का उल्लंघन किया है। हालांकि सभी 28 मालिकों ने न्यायालय से स्टे लिया था, लेकिन अब उनकी वैधता खत्म होती जा रही है, जिसके चलते प्रशासन चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई कर रहा है।
प्राधिकरण और पुलिस की क्या है भूमिका?
UDA के सीईओ संदीप सोनी ने जानकारी दी कि वर्ष 1998 में प्राधिकरण द्वारा बेगमबाग मोहल्ले की ज़मीन पर दुकानें लीज पर दी गई थीं। समय पर लीज रिन्यू नहीं कराई गई और कई दुकानों को रहवासी उपयोग में भी लिया गया। कई बार नोटिस दिए जाने के बाद भी जवाब नहीं मिला, इसलिए अब सात दिन में खाली करने का नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाया जा रहा है। वहीं उज्जैन के IPS अधिकारी राहुल देशमुख ने बताया कि स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है और अब तक कार्रवाई बिना किसी विरोध के शांतिपूर्वक चल रही है।
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करना जरूरी है ताकि सिंहस्थ जैसे अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आयोजन की तैयारियों में कोई बाधा न आए। इसीलिए आने वाले दिनों में भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रहेगी। mahakal mandir