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33 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्घाटन, क्या बदलेगी दिल्ली की तस्वीर!, जानिए — मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा का पूरा प्लान | यंग भारत न्यूज
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।आज मंगलवार को दिल्ली सरकार ने राजधानी में एक साथ 33 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के उद्घाटन के साथ, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा में एक नई क्रांति का सूत्रपात हुआ है। इन केंद्रों का उद्देश्य बड़े अस्पतालों पर से बोझ कम करना और हर नागरिक तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना है। जन औषधि केंद्रों के साथ ये मंदिर सस्ती और सुलभ दवाएं भी उपलब्ध कराएंगे, जिससे दिल्ली के लोगों को स्वास्थ्य सेवा में बड़ी राहत मिलेगी।
दिल्ली के स्वास्थ्य क्षेत्र में आज मंगलवार एक मांगलिक अवसर लेकर आया जब राजधानी में 33 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्घाटन किया गया। इन मंदिरों का मुख्य लक्ष्य दिल्ली के हर कोने तक गुणवत्तापूर्ण और सुलभ प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। इस पहल के साथ ही, भविष्य में ऐसे 1139 और केंद्र खोलने की योजना है, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं का जाल पूरे शहर में फैल जाएगा।
#WATCH | On inauguration of Ayushman Arogya Mandir, Delhi Minister Parvesh Sahib Singh says, "...All the primary care facilities are available here. Today, 33 Ayushman Arogya Mandirs have been inaugurated in Delhi, and 1139 will be inaugurated in the future. Along with it, Jan… pic.twitter.com/GgrizSB7xK
— ANI (@ANI) June 17, 2025
प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा
दिल्ली के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने इस अवसर पर कहा, "यहां सभी प्राथमिक देखभाल सुविधाएं उपलब्ध हैं। आज दिल्ली में 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्घाटन किया गया है, और भविष्य में 1139 और केंद्र खोले जाएंगे।" उन्होंने जोर देकर कहा कि इस कदम से दिल्ली के बड़े अस्पतालों पर से अत्यधिक बोझ कम होगा। अक्सर देखा जाता है कि छोटे-मोटे इलाज के लिए भी लोग बड़े अस्पतालों का रुख करते हैं, जिससे न केवल उन अस्पतालों पर दबाव बढ़ता है, बल्कि मरीजों को भी लंबा इंतजार करना पड़ता है। ये आयुष्मान आरोग्य मंदिर इस समस्या का प्रभावी समाधान प्रस्तुत करते हैं।
इन स्वास्थ्य केंद्रों में सामान्य बीमारियों का इलाज, जांच, टीकाकरण और स्वास्थ्य परामर्श जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही, कई आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में जन औषधि केंद्र भी खोले गए हैं। यह एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि जन औषधि केंद्र सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराते हैं। इससे उन लाखों लोगों को सीधा फायदा होगा जिन्हें महंगी दवाओं के कारण इलाज में दिक्कत आती है। मंत्री ने बताया कि "एक जन औषधि केंद्र का भी उद्घाटन किया गया है...यह इसलिए किया गया है ताकि हमारे बड़े अस्पतालों पर भारी बोझ न पड़े।" यह दर्शाता है कि सरकार स्वास्थ्य सेवा को सिर्फ उपचार तक सीमित नहीं रखना चाहती, बल्कि उसे किफायती और सुलभ भी बनाना चाहती है।
दिल्ली सरकार ने आवंटित किए 2400 करोड़ रूपए
दिल्ली सरकार को इस वृहद परियोजना के लिए 2400 करोड़ रुपये का कोष भी आवंटित किया गया है। मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने स्पष्ट किया कि "इसका पूरा उपयोग लोगों के कल्याण के लिए किया जाएगा।" यह भारी-भरकम राशि सुनिश्चित करती है कि इन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में न केवल आधुनिक उपकरण और पर्याप्त स्टाफ होंगे, बल्कि इनकी सेवाओं में निरंतर सुधार भी होता रहेगा। यह राशि दिल्ली के नागरिकों के स्वास्थ्य भविष्य को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यह पहल दिल्ली को एक स्वस्थ शहर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने से न केवल बीमारियों का समय पर पता चलेगा और उनका इलाज हो पाएगा, बल्कि निवारक स्वास्थ्य देखभाल को भी बढ़ावा मिलेगा। जब लोग अपने पड़ोस में ही विश्वसनीय स्वास्थ्य सुविधा पाएंगे, तो वे नियमित जांच और परामर्श के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिससे कई गंभीर बीमारियों को शुरुआती चरण में ही रोका जा सकेगा।
यह योजना न केवल आम आदमी को सीधे लाभ पहुंचाएगी बल्कि दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को भी मजबूत करेगी। आयुष्मान आरोग्य मंदिर एक ऐसा मॉडल पेश करते हैं जहां स्वास्थ्य सेवा केवल पहुंच योग्य नहीं, बल्कि प्रभावी और सस्ती भी है। यह दिल्ली के लोगों के लिए एक नई उम्मीद की किरण है, जो उन्हें बेहतर और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करेगी।
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