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Delhi MCD Election: महापौर चुनाव को लेकर राजधानी का सियासी पारा हाई, जानिए किसका पलड़ा है भारी?

MCD चुनाव को लेकर दिल्ली का सियासी पारा हाई है। दिल्ली नगर निगम (MCD) में महापौर और उपमहापौर पदों के लिए 25 अप्रैल को चुनाव होंगे। दिल्ली की राजनीति के लिए ये चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है।

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Pratiksha Parashar
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नई दिल्ली, आईएएनएस

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MCD चुनाव को लेकर दिल्ली का सियासी पारा हाई है। दिल्ली नगर निगम (MCD) में महापौर और उपमहापौर पदों के लिए 25 अप्रैल को चुनाव होंगे। दिल्ली की राजनीति के लिए ये चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी की नजर मेयर की सीट पर है, वहीं आम आदमी पार्टी भी मेयर चुनाव में अपना पूरा जोर लगाएगी। 

हर साल होता है मेयर का चुनाव

दिल्ली में हर वित्तीय वर्ष की पहली बैठक में महापौर का चुनाव होता है, जो आमतौर पर अप्रैल में आयोजित की जाती है। दिल्ली में निगम चुनाव हर पांच साल में होते हैं, जबकि महापौर का चुनाव हर साल होता है। पिछला महापौर चुनाव नवंबर 2024 में हुआ था, क्योंकि अप्रैल 2024 में उस समय के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के कारण समय पर मंजूरी नहीं मिल पाई थी। 

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इस बार आरक्षण लागू नहीं

इस साल महापौर पद सभी पार्षदों के लिए खुला है, क्योंकि पहले कार्यकाल में महिलाओं और तीसरे कार्यकाल में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण लागू होता है। इस बार कोई आरक्षण लागू नहीं है। 11 अप्रैल को जारी आदेश में एमसीडी सचिव शिव प्रसाद ने कहा, “एमसीडी की अप्रैल की सामान्य बैठक 25 अप्रैल, 2025 को दोपहर 2 बजे अरुणा आसफ अली सभागार, सिविक सेंटर में आयोजित की जाएगी, जिसमें महापौर और उपमहापौर का चुनाव भी कराया जाएगा।” 

कौन-कौन करता है मतदान? 

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फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के बाद, आम आदमी पार्टी (आप) के कई पार्षद भाजपा में शामिल हो गए, जिससे भाजपा को आगामी महापौर चुनाव में बढ़त मिल गई है। महापौर चुनाव के लिए निर्वाचन मंडल में 250 पार्षद, सात लोकसभा सांसद, तीन राज्यसभा सांसद और दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष द्वारा नामित 14 विधायक शामिल होते हैं। 10 नामित पार्षद (एल्डरमेन) भी प्रक्रिया में भाग लेते हैं, लेकिन उन्हें मतदान का अधिकार नहीं होता।

किसका पलड़ा है भारी? 

दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने 22 मार्च को एमसीडी के लिए 14 विधायकों को नामित किया, जिनमें 11 भाजपा और तीन आप के विधायक हैं। दिल्ली नगर निगम की मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो संख्या बल बीजेपी के पक्ष में नजर आ रहा है। वर्तमान में 274 सदस्यीय निर्वाचन मंडल में भाजपा के पास 135 और आप के पास 119 सदस्यों का समर्थन है। बहुमत के लिए 132-133 वोट चाहिए। 12 सीटें खाली हैं क्योंकि 11 पार्षद विधायक और एक सांसद चुने जा चुके हैं। इस बार के एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी का गठबंधन कांग्रेस के साथ नहीं है, ऐसे में माना जा रहा है कि नतीजा भाजपा के पक्ष में जाने वाला है।

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AAP V/S BJP

दिसंबर 2022 में आम आदमी पार्टी ने MCD में बीजेपी के 15 साल के राज को खत्म किया था।  2022 के निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें जीतकर भाजपा को हराया था। 14 नवंबर, 2024 को हुए महापौर चुनाव में ‘आप’ उम्मीदवार को केवल तीन वोटों के अंतर से जीत मिली थी, जिसमें क्रॉस वोटिंग की भूमिका रही।  चुनाव होने तक मौजूदा महापौर पद पर बने रहते हैं। वर्तमान में आम आदमी पार्टी (आप) के महेश खींची इस पद पर काबिज हैं और चुनाव तक वही कार्यरत रहेंगे।  इस बार बीजेपी नगर निगम में वापसी की कोशिश में है। देखना होगा कि मेयर चुनाव में कौन बाजी मारेगा। 

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