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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों की मदद करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इसी के साथ पुलिस ने 8 भारतीयों को गिरफ्तार किया है। अभी तक दर्ज मामले में 18 बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है।
#WATCH दिल्ली: डीसीपी साउथ दिल्ली अंकित चौहान ने कहा, "साउथ दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हम अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चला रहे थे। हमने ऐसे लोगों की मदद करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है और कुल 8 भारतीयों को गिरफ्तार किया है। उनमें मोइनुद्दीन मुख्य आरोपी है।… pic.twitter.com/xEr3ZU1b4k
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 22, 2025
गिरोह का मोइनुद्दीन मुख्य आरोपी
डीसीपी साउथ दिल्ली अंकित चौहान ने कहा, "साउथ दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हम अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चला रहे थे। हमने ऐसे लोगों की मदद करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है और कुल 8 भारतीयों को गिरफ्तार किया है। उनमें मोइनुद्दीन मुख्य आरोपी है। इसने फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी बनवाए और कई लोगों को दस्तावेज बनवाने में मदद की।
18 बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई
अभी तक हमने दर्ज मामले में 18 बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई की है। उनमें से 8 को गिरफ्तार किया गया है, 6 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है और शेष 4 के बारे में आगे की जांच चल रही है। 8 भारतीय लोगों के इनकी मदद करने के लिए गिरफ़्तार किया गया है।" विशेषज्ञों और कुछ अनौपचारिक रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों की संख्या हजारों में हो सकती है, जिसमें से कुछ झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों, जैसे संगम विहार, वसंत कुंज, और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के इलाकों में रहते हैं। यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि वास्तव में कितने लोग अवैध रूप से रह रहे हैं, क्योंकि ये लोग अक्सर फर्जी दस्तावेजों, जैसे आधार कार्ड और वोटर आईडी, का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उनकी पहचान छिप जाती है।
दक्षिणी दिल्ली से 20 से अधिक बांग्लादेशियों गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने हाल के वर्षों में अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है, खासकर केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली के उपराज्यपाल के निर्देशों के बाद। 2025 में, विशेष रूप से मार्च तक, दिल्ली पुलिस ने कई ऑपरेशनों में सैकड़ों अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा और डिपोर्ट किया है। उदाहरण के लिए, मार्च 2025 की खबरों के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने दक्षिण-पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली से 20 से अधिक बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया, जिनके पास अवैध दस्तावेज पाए गए। इसके अलावा, वसंत कुंज और संगम विहार जैसे क्षेत्रों में सत्यापन अभियान चलाकर संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की गई और उन्हें विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के माध्यम से डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
50-60 बांग्लादेशियों को डिपोर्ट किया
अब तक की कार्रवाइयों को देखें तो 2024 के अंत से लेकर मार्च 2025 तक दिल्ली पुलिस ने विभिन्न अभियानों में कम से कम 50-60 बांग्लादेशियों को डिपोर्ट किया है, जैसा कि कुछ रिपोर्टों में उल्लेख किया गया है। उदाहरण के तौर पर, दिसंबर 2024 में 8 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया और उन्हें वापस भेजा गया। जनवरी 2025 में द्वारका पुलिस ने 5 अन्य बांग्लादेशियों को पकड़ा, जिनमें एक महिला और दो बच्चे शामिल थे। इसके अलावा, मार्च 2025 में एक बड़े ऑपरेशन में 12 और बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया। ये आंकड़े केवल उन लोगों को दर्शाते हैं जो पकड़े गए और डिपोर्ट किए गए, लेकिन यह संख्या कुल मौजूद अवैध बांग्लादेशियों का एक छोटा हिस्सा ही हो सकती है।
पुलिस के अनुसार, ये अभियान अभी जारी हैं और झुग्गी-बस्ती क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब तक सैकड़ों लोगों के दस्तावेजों की जांच की जा चुकी है, जिसमें से कई संदिग्ध पाए गए हैं। हालांकि, सटीक संख्या बताना चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि कई लोग जांच से बचने के लिए स्थान बदलते रहते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए पुलिस ने बांग्लादेश सेल को सक्रिय किया है और पश्चिम बंगाल में भी टीमों को तैनात किया है ताकि संदिग्धों की पृष्ठभूमि की तुरंत पुष्टि हो सके। कुल मिलाकर, दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों की अनुमानित संख्या हजारों में हो सकती है, लेकिन अब तक पकड़े गए लोगों की संख्या दर्जनों से सैकड़ों तक सीमित है, जो इस समस्या की गहराई को दर्शाता है।