नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। दिल्ली के सीलमपुर इलाके में 17 वर्षीय किशोर की हत्या के मामले में गिरफ्तार की गई 'लेडी डॉन' जिकरा को अदालत ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। रिमांड के दौरान पुलिस उससे पूछताछ करेगी और साजिश का पर्दाफाश होगा। जिकरा से पूछताछ के आधार पर पुलिस अन्य आरोपियों पर शिकंजा कसेगी। पुलिस ने अदालत से दर्खास्त लगाई थी कि अपराध में इस्तेमाल हथियार बरामद करने के लिए जिकरा की पुलिस रिमांड जरूरी है। कोर्ट में पेश करने से पहले दिल्ली पुलिस जिकरा को जग प्रवेश अस्पताल लेकर पहुंची, जहां लेडी डॉन को मेडिकल परीक्षण कराया गया।
कुणाल हत्याकांड की मास्टर माइंड है जिकरा
गुरुवार रात 17 वर्षीय कुणाल की हत्या के मामले में जिकरा को मास्टर माइंड बताया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में तीन अन्य युवकों को भी हिरासत में लिया है। कुणाल की हत्या के बाद जे ब्लॉक इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों ने हत्यारों की गिरफ्तारी और फांसी की मांग करते हुए जीटी रोड पर जाम लगाने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने हटाया। आक्रोशित लोगों ने अपने घरों के बाहर 'हिंदू पलायन कर रहे हैं और मकान बिकाऊ है' जैसे पोस्टर लगा कर सरकार से सुरक्षा और सहायता की मांग की है।
जांच में सामने आए अहम तथ्य
उत्तर पूर्वी जिला के पुलिस उपायुक्त आशीष मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हत्या में साहिल और उसकी बहन जिकरा की भूमिका रही है। जानकारी के अनुसार, दोनों भाई-बहन मिलकर एक गैंग चलाते हैं, जिसमें 15 से ज्यादा सदस्य शामिल हैं। कुछ समय पहले पुलिस ने जिकरा के घर से हथियार बरामद कर उसे आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। जेल से छूटने के बाद जिकरा ने खुद को 'लेडी डॉन' के रूप में प्रचारित करना शुरू कर दिया। वह सोशल मीडिया पर हथियार लहराते हुए अपनी तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करती रही है, और यहां तक कि पुलिस हिरासत के दौरान के वीडियो भी उसने अपलोड किए हैं।
कुणाल की मां का यह आरोप
कुणाल की मां ने
जिकरा और उसके भाई साहिल पर उनके बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि जिकरा का पड़ोसी युवक लाला से विवाद चल रहा था, जो अब फरार है। मां का आरोप है कि कुणाल को सिर्फ दूसरे समाज से होने की वजह से निशाना बनाया गया। गुरुवार शाम करीब 7:30 बजे कुणाल की हत्या उस समय कर दी गई, जब वह पास की दुकान से दूध लेने गया था। कुणाल के परिवार में पिता राजवीर, मां प्रवीण, तीन भाई – गोलू, लक्की और विराट, और एक बहन वंदना हैं। कुणाल गांधी नगर स्थित एक दुकान में काम करता था और अपने बीमार पिता के इलाज तथा परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी संभाल रहा था।