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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Cloudburst in Himachal Pradesh, हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में भारी बारिश के चलते बड़ा नुकसान हुआ है। शौर पंचायत में आधी रात बादल फटने की घटना से लोग घबराहट में घरों से बाहर निकल आए और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे। पंचायत प्रधान के अनुसार, खन्नाटू नाले में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। इस आपदा में क्षेत्र की सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, जबकि खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं। किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है और उनकी आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।
पेयजल का संकट गहराया
खेलुई गांव में बादल फटने से पेयजल आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। गांव में पीने के पानी का कोई वैकल्पिक स्रोत न होने से ग्रामीण गंभीर संकट झेल रहे हैं। साथ ही, गांव को जोड़ने वाली संपर्क सड़क मलबे और पत्थरों से अवरुद्ध हो गई है। हालांकि गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई, लेकिन बाढ़ के कारण क्षेत्र में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। शौर पंचायत प्रधान सहित ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने की मांग की है।
भूस्खलन की वजह से चार नेशनल हाईवे बंद
भूस्खलन और बाढ़ की वजह से कई क्षेत्रों में तबाही मची है। सोलन जिले के मानपुरा में तेज बारिश के चलते मानकपुर और दवनी औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने वाला पुल ढह गया, जिससे आवागमन बाधित हो गया है। उद्यमियों और कामगारों को अब लंबा रास्ता तय कर वर्धमान व दवनी क्षेत्र पहुंचना पड़ रहा है। राज्यभर में भूस्खलन के कारण चार नेशनल हाईवे सहित कुल 617 सड़कें बंद हो गई हैं। साथ ही, 1491 बिजली ट्रांसफार्मर और 265 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस आपदा के चलते जिले के स्कूल को बंद कर दिया गया है।