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रामगढ़ में कोयला खदान धंसने से दर्दनाक हादसा, 3 की मौत, कई लोग फंसे

झारखंड के रामगढ़ में दर्दनाक हादसे से हड़कंप मच गया है। रामगढ़ में कोयला की खदान धंस गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है, वहीं करीब 5 लोग अभी भी फंसे हुए हैं।

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Pratiksha Parashar
koyla khadan
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। झारखंड के रामगढ़ में दर्दनाक हादसे से हड़कंप मच गया है। रामगढ़ (Ramgarh) में कोयला की खदान (Coal Mine) धंस गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है, वहीं करीब 5 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। मौके पर राहत और बचाव दल पहुंचा है और रेस्क्यू का काम किया जा रहा है। झारखंड के नेता प्रतिपक्ष ने हादसे को लेकर सवाल खड़े किए हैं और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। 

बारिश से धंसी खदान, फंंसे मजदूर

जानकारी के मुताबिक, यह हादसा शुक्रवार देर रात हुआ। कुजू के महुआ टुंगरी इलाके में अवैध कोयला खदान में काम चल रहा था। 10 मजदूर खदान में काम कर रहे थे। इस दौरान बारिश के कारण कोयला खदान धंस गई। काम में जुटे मजदूरों में से 3 की मौत हो गई। वहीं पांच लोग अभी भी फंसे हुए हैं, जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है। मृतकों की पहचान वकील करमाली, इम्तियाज और निर्मल मुंडा के रूप में हुई है।

नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा

इस घटना को लेकर झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबुलाल मरांडी ने दुख जताया है और सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "यह कोई हादसा नहीं, यह हत्या है! यह हत्या उस भ्रष्ट और निकम्मी सरकार की लापरवाही से हुई है, जो दिन के उजाले में चल रहे इस अवैध कारोबार से अपनी आंखें मूंदे बैठी है। कब तक झारखंड के गरीब यूं ही अपनी जान गंवाते रहेंगे? रामगढ़ हो या धनबाद, हज़ारीबाग़ हो या बोकारो, चौतरफ़ा मौत का यह काला कारोबार फल-फूल रहा है और सरकार दावा करती है कि उसे कुछ पता नहीं! हर एक जान की ज़िम्मेदार यह राज्य सरकार है।"

उच्च स्तरीय जांच की मांग

बाबूलाल मरांडी ने सवाल खड़े करते हुए कहा, "यह अपराध किसके संरक्षण में हो रहा है, यह किसी से छुपा नहीं है। यह पूरी तरह से पुलिस और सरकारी संरक्षण में हो रहा है। जब राज्य को ही एक अवैध डीजीपी चला रहे हों, तो फिर किससे क्या ही पूछना? सीसीएल ने खदान बंद कर दी, लेकिन सरकार के नाक के नीचे माफिया ने उसे फिर से शुरू कर दिया। यह सरकार की नाकामी नहीं, तो और क्या है? हम इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं। यह मौत का सिलसिला अब बंद होना चाहिए। इस सरकार को हर एक जान का हिसाब देना होगा!" 

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accident | Jharkhand 

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