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crimenews Photograph: (ians)
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने 23 वर्षीय भाई की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि वह एचआईवी पॉजिटिव था। बहन ने पति के साथ मिलकर इस खौफनाक वारदात कोअंजाम दिया। दरअसल उसे डर था कि इस बीमारी के कारण परिवार को बदनामी झेलनी पड़ेगी और उसके माता-पिता भी संक्रमित हो सकते हैं।
एचआईवी पॉजिटिव होने का कैसे चला पता?
मृतक युवक होलालकेरे तालुक के एक गांव का निवासी था। हाल ही में एक सड़क दुर्घटना के बाद जब उसका इलाज दावणगेरे के एक निजी अस्पताल में हुआ, तो सर्जरी से पहले ब्लड टेस्ट में उसके एचआईवी पॉजिटिव होने का खुलासा हुआ। यह जानकारी अस्पताल प्रबंधन ने युवक की बहन को दी और किसी बड़े मेडिकल सेंटर में इलाज की सलाह दी।
25 जुलाई को चला था बहन को पता
पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया कि 25 जुलाई को उसे भाई की बीमारी का पता चला। इसके बाद उसने पति के साथ मिलकर उसे बेंगलुरु इलाज के बहाने बाहर ले जाने का प्लान बनाया। पुलिस के अनुसार, महिला और उसका पति पीड़ित को बेंगलुरु ले जाने के दौरान रास्ते में गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर शव लेकर वापस गांव लौट आए। उन्होंने दावा किया कि उसकी मौत रास्ते में हुई।
गले पर निशान से खुला राज
दाह संस्कार के समय ग्रामीणों ने शव के गले पर संदिग्ध निशान देखे और परिवार को जानकारी दी। संदेह गहराने पर महिला ने अपने माता-पिता के सामने हत्या की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पिता ने होलालकेरे थाने में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसका पति फरार है।
महिला के बयान में खुलासे
पूछताछ में महिला ने बताया कि उसे डर था कि एचआईवी का संक्रमण माता-पिता तक भी पहुंच सकता है। इसके अलावा उसके भाई पर भारी कर्ज था, जिससे वह पहले ही मानसिक तनाव में थी। गांव में बहिष्कार और सामाजिक अपमान का भय भी उसे सता रहा था। Crime | murder | karnataka news | karnataka latest news|