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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। मीरा रोड पर हाल ही में हुई एक हिंसक घटना के बाद के बाद मराठी भाषा के विवाद ने और तूल पकड़ लिया है। अब इस बहस में निवेशक और केडियोनॉमिक्स (Kedionomics) के संस्थापक सुशील केडिया भी कूद पड़े हैं। उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि वे मराठी नहीं सीखेंगे।
मैं मराठी नहीं सीखूंगा
एक्स पर उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे को टैग करते हुए लिखा,"मुंबई में 30 साल रहने के बावजूद मैं मराठी नहीं सीख पाया। लेकिन अब, आपके जैसे नेताओं के दुर्व्यवहार के कारण मैंने ठान लिया है कि जब तक आप जैसे लोग 'मराठी मानुस' का ढोंग करते रहेंगे, मैं मराठी नहीं सीखूंगा। बताइए, क्या कर लेंगे?"
Do note @RajThackeray I dont know Marathi properly even after living for 30 years in Mumbai & with your gross misconduct I ahve made it a resolve that until such people as you are allowed to pretend to be taking care of Marathi Manus I take pratigya I wont learn Marathi. Kya…
— Sushil Kedia (@sushilkedia) July 3, 2025
दुकानदार पर MNS कार्यकर्ताओं का हमला
सुशील केडिया का यह बयान एक वायरल वीडियो के बाद सामने आया है, जिसमें कथित तौर पर एमएनएस कार्यकर्ता मीरा रोड के एक दुकानदार पर हमला करते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि दुकानदार के एक कर्मचारी ने ग्राहक से हिंदी में बात की थी, जिससे नाराज़ होकर एमएनएस कार्यकर्ताओं ने विवाद किया और फिर हमला कर दिया। इस घटना के पीड़ित 48 वर्षीय दुकानदार बाबूलाल खिमजी चौधरी ने बताया कि उनका एक वर्कर दूसरे राज्य से है और मराठी नहीं जानता, इसी बात को लेकर झगड़ा शुरू हुआ और फिर मारपीट में बदल गया। इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोग तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
मंत्री बोले- मराठी का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा
इस बीच, राज्य के मंत्री योगेश कदम ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,"महाराष्ट्र में मराठी बोलना ज़रूरी है। अगर किसी को मराठी नहीं आती, तो भी ऐसा रवैया नहीं होना चाहिए कि आप मराठी बोलने से इनकार कर दें। मराठी का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा, कानून अपना काम करेगा।" हालांकि, उन्होंने हिंसा की निंदा भी की और कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस में शिकायत की जानी चाहिए थी।
पार्टी बोली- झगड़े की वजह दूसरी
इस मामले में एमएनएस के सात कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है। पार्टी के एक पदाधिकारी ने कार्यकर्ताओं का बचाव करते हुए दुकानदार के 'अहंकारी' बर्ताव को झगड़े की वजह बताया। उनके अनुसार यह घटना उस समय हुई जब पार्टी कार्यकर्ता राज्य सरकार द्वारा भाषा नीति में बदलाव को लेकर खुशी मना रहे थे और पानी खरीदने दुकान पर गए थे। marathi language controversy | marathi vs hindi | maharashtra news