नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Meerut News: किठौर के बोंद्रा गांव के रहने वाले मजदूर आसिफ अली के पांव उस वक्त तले से जमीन खिसक गई जब उसे आयकर विभाग की ओर से 67.90 लाख रुपये टैक्स चोरी का नोटिस मिला। मेहनत-मजदूरी कर परिवार पालने वाले आसिफ को जब इस नोटिस की वजह पता चली तो सामने आया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके पैन नंबर पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर जीएसटी नंबर हासिल किया और 'रिद्धि-सिद्धि एंटरप्राइजेज' नाम से फर्जी फर्म खोलकर व्यापार शुरू कर दिया।
दूसरा नोटिस आते ही युवक ने दर्ज कराई FIR
पहले नोटिस के बाद आसिफ ने आयकर विभाग के जली कोठी कार्यालय में जाकर अधिकारियों से शिकायत की। उन्हें समस्या के समाधान का आश्वासन मिला, लेकिन कुछ ही दिन बाद एक और टैक्स नोटिस आ गया। इससे परेशान होकर आसिफ ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया, जिसके बाद साइबर क्राइम थाने में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की गई।
पुलिस जांच में जुटी, एसपी क्राइम ने दिया बयान
Meerut Police: मामले पर एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं, जिसके आधार पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित बोला- न फर्म चलाई, न कोई लेन-देन किया
Income Tax Notice Labourer: आसिफ अली का कहना है कि उसने न कभी कोई फर्म रजिस्टर्ड कराई, न किसी तरह का बैंक ट्रांजेक्शन किया। उसे फर्जी फर्म के बारे में जानकारी तब हुई जब आयकर विभाग का नोटिस मिला। पीड़ित का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने पहले कोई मदद नहीं की, जिसके बाद कोर्ट की शरण लेनी पड़ी।
फर्जी पैन-जीएसटी घोटालों पर उठे सवाल
GST and Income Tax: यह मामला एक बार फिर पैन कार्ड और जीएसटी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में सुरक्षा खामियों को उजागर करता है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां आम लोगों के नाम पर फर्जी कंपनियां बनाकर करोड़ों का टैक्स घोटाला किया गया। अगर आप भी पैन कार्ड से जुड़ी किसी अनियमितता या फर्जी गतिविधि का शिकार हैं, तो तुरंत आयकर विभाग और साइबर क्राइम सेल को सूचित करें।