बीजापुर, वाईबीएन नेटवर्क
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगलों में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 31 नक्सली मारे गए। बस्तर पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रविवार, 9 फरवरी की सुबह जंगलों में मुठभेड़ शुरू हुई। अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, "बीजापुर जिले के राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए। इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए, जबकि चार अन्य घायल हो गए। इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
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सुरक्षाबलों का अभियान जारी
यह मुठभेड़ बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के एक अन्य अभियान के बाद हुई है, जिसमें एक सप्ताह पहले आठ माओवादी मारे गए थे। 31 जनवरी को माओवादी विरोधी अभियान पर निकली सुरक्षाकर्मियों की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसमें आठ माओवादी मारे गए थे। यह विस्फोट बीजापुर जिले के बेदरे-कुटरू रोड पर हुआ था, जहां दंतेवाड़ा के डीआरजी जवान संयुक्त अभियान के बाद स्कॉर्पियो में सवार होकर लौट रहे थे। आईजी बस्तर ने बताया कि यह अभियान दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर का था।
2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का सरकार का लक्ष्य
केंद्र सरकार का लक्ष्य 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह से समाप्त करना है, और यह अभियान उसी लक्ष्य के तहत चलाए जा रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने 6 जनवरी को इस संकल्प को दोहराया था। इससे पहले, बीजापुर जिले में माओवादियों ने आईईडी का इस्तेमाल करके एक वाहन को उड़ा दिया था, जिससे आठ जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) जवान और एक चालक की मौत हो गई थी।
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सुरक्षाकर्मियों पर सबसे बड़ा हमला
एक अधिकारी के अनुसार, राज्य पुलिस की डीआरजी इकाई पर माओवादी हमला पिछले दो सालों में सुरक्षाकर्मियों पर किया गया सबसे बड़ा हमला था। इससे पहले, 26 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे एक काफिले को माओवादियों ने विस्फोटक से उड़ा दिया था, जिसमें दस पुलिस कर्मियों और एक नागरिक चालक की मौत हो गई थी।
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