कोटा, राजस्थान।
सच्चे रिश्ते खून से नहीं, भावनाओं से बनते हैं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जिन्होंने पुलवामा शहीद हेमराज मीणा की पत्नी से किया 6 साल पुराना वादा निभाया और बेटी की शादी में भाई बनकर मायरा (भात) लेकर पहुंचे।
जब दर्द में साथ दिया, तब रिश्तों की नींव पड़ी
2019 में पुलवामा हमले में शहीद हुए हेमराज मीणा के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। उसी वक्त ओम बिरला ने शहीद की पत्नी मधुबाला को बहन मानते हुए हर सुख-दुख में साथ निभाने का वचन दिया था।
शादी में पहुंचे भात के साथ
आज जब शहीद की बेटी रीना की शादी का शुभ अवसर आया, तो बिरला ने वादा निभाते हुए परिवार के घर मायरा लेकर पहुंचे। परंपरागत तरीके से उन्होंने बहन को चुनरी ओढ़ाई, तिलक करवाया और परिवार के साथ हर रस्म निभाई।
आँखें हुईं नम
इस भावुक पल में वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं। न कोई राजनीतिक मंच था, न कोई औपचारिकता, सिर्फ एक भाई और बहन का निश्छल संबंध, जिसमें सिर्फ सम्मान, अपनापन और इंसानियत थी।
शहीद को दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के दौरान ओम बिरला ने शहीद हेमराज की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके बलिदान को याद करते हुए परिवार को भरोसा दिलाया कि वो हर कदम पर उनके साथ हैं।
ट्वीट कर दी जानकारी
ओम बिरला ने खुद अपने X अकाउंट से इस शुभ अवसर मे शरीक होने की जानकारी के साथ-साथ कुछ फ़ोटो भी पोस्ट किये हैं। उनके द्वारा निभाए गए अपने इस वचन की सभी सराहना कर रहे हैं। विपक्षी दलों के नेता भी उन्हे इस पुनीत कार्य के लिए शुभकामना दे रहे हैं।